चितरंजन (संवाददाता): रेलवे अधिकारियों ने रेलवे की अपनी जमीन और रेलवे लाइन के दोनों ओर घेराबंदी करने के लिए विशेष पहल शुरू की है।रूपनारायनपुर रेलगेट क्षेत्र से एमजी फैक्ट्री तक अप और डाउन लाइन के दोनों तरफ मेपजोक का काम चल रहा था।
रेलवे सूत्रों से यह भी पता चला है कि रूपनारायणपुर से एमजी फैक्ट्री तक अपलाइन की तरफ करीब 36 मीटर रेलवे जमीन है और दूसरी तरफ डाउन लाइन के ठीक नीचे करीब 30 मीटर जमीन है.जिसमे नए लाईन बिछाये जाएंगे और उस लाइन पर नए ट्रेन चलने की संभावना है .इस लाइन पर लाइन लगवाने की खबर आने के बाद रेलवे जमीन पर राह रहे स्थानीय लोग चिंतित हो गए कि जिसमे करीब 70 घरों, दुकानों और छोटी मिलों, फ्लैटों और बहुमंजिला मकानों के ध्वस्त होने का खतरा है. शनिवार की सुबह आरपीएफ और रेलवे के अधिकारियों ने जमीन की नापी इसके लिए अमीन अपने साथ लाया और उनके स्थान पर स्थानीय लोगों के पहचान पत्र दर्ज किए. मालूम है कि आज से 15 दिन के भीतर उनके पास रेलवे नोटिस पहुंच जाएगा. यह सब देखकर रूपनारायणपुर के लोग डरे हुए हैं। इसके अलावा, देंदुआ के कई दुकानदार दहशत में अपने दिन बिता रहे हैं। हालांकि रेलवे नोटिस कई घर मालिकों तक पहुंच गया है, उन्हें जमीन खाली करने के लिए केवल 15 दिन का समय दिया गया है।लोग काफी डारे हुए है उओ अभी कहां जाएगा और कैसे अपने परिवार को कहा रखेंगे वे फिर से कहां व्यापार करेंगे। जिसके चलते सभी लोग ने ठान ली कि पुनर्वास होने तक वे जमीन नहीं छोड़ेंगे