जमुरिया। जमुरिया की एक निजी फैक्ट्री पर एक श्मशान घाट पर अवैध कब्जा करने का आरोप लगा है. स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि फैक्ट्री के अधिकारियों ने ग्रामीणों को बताए बिना श्मशान घाट में एक काली मंदिर को अवैध रूप से ध्वस्त कर दिया और अवैध दीवार निर्माण शुरू कर दिया।
घटना जमुरिया के वार्ड नंबर सात के इखड़ा स्थित सार्थकपुर और चांडीपुर इलाके की है। जहां स्थानीय ग्रामीणों द्वारा शशान घाट को नष्ट करने और मंदिरों को तोड़ने सहित कई आरोपों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया।ग्रामीणों का आरोप है कि जमुरिया औद्योगिक क्षेत्र के एक निजी फैक्ट्री स्थानीय तृणमूल नेता चंचल बनर्जी और वार्ड पार्षदों की मदद से प्राचीन शाशन घाट पर कब्जा करने की कोशिश कर रही है।
आज सुबह इकड़ा क्षेत्र के महिषा बुड़ी शासन घाट पर सार्थकपुर गांव और महिषा बुड़ी गांव के सैकड़ो स्थानीय ग्रामीणों ने हो रहे काम को बंद कर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। स्थिति को तनावपूर्ण देखते हुए। जमुरिया थाने की बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच कर स्थिति को नियंत्रित किया। विरोध कर रहे स्थानीय लोगों का आरोप है कि स्थानीय तृणमूल नेता चंचल बनर्जी के मदत से फैक्ट्री के द्वारा शाशन घाट में जेसीबी मशीन से मिट्टी खोद रही है।इससे श्मशान घाट बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है। स्थानीय लोगों का दावा है कि सार्थकपुर गांव समेत कई अन्य गांवों के शवों का अंतिम संस्कार इसी शाशन घाट पर लंबे समय से किया जा रहा है. इसके अलावा इस श्मशान घाट में काली मंदिर है।मिट्टी काटने के परिणामस्वरूप उनके क्षेत्र के शव को दफनाना मुश्किल होगा। विरोध करने वाले स्थानीय लोगों का दावा है कि कारखाने के अधिकारी श्मशान पर कब्जा करने के लिए एक नियोजित तरीके से मिट्टी काटने की मशीन के साथ श्मशान को नष्ट कर रहे हैं। वही अपने ऊपर लगे आरोपों को लेकर स्थानीय तृणमूल नेता चंचल बनर्जी ने सभी आरोपों का खंडन किया और कहा कि कुछ लोग स्थानीय लोगों को गुमराह करने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस तरह से फैक्ट्री चलाई जा रही है, उससे श्मशान का अस्तित्व खतरे में है।पंद्रह दिन पहले श्मशान घाट के पुनर्निर्माण और सुन्दर बनाने के लिए महिषा बुड़ी ,चांडीपुर और रेलवे क्वार्टर सहित कई क्षेत्रों के प्रमुख लोगों के साथ एक 17 सदस्यीय समिति का गठन किया गया था। और इस तरह उस निजी कारखाने के अधिकारियों के साथ कई स्थानीय मांगों पर चर्चा की गई। इस बीच श्मशान घाट में दो भट्टियां लगाने पर फैक्ट्री के अधिकारी राजी हो गए। इसके साथ कारखाने के अधिकारियों ने काली मंदिर, हाई मास्ट लाइट,पानी के लाइन सहित यहां आने वाले लोगों के रुकने के लिए शेड बनाने का भी वादा किया। सब कुछ लिखित रूप में हुआ।फैक्ट्री के अधिकारियों ने उसी के मुताबिक इस श्मशान घाट का काम शुरू किया। लेकिन कुछ लोग आम लोगों को भ्रमित कर क्षेत्र के विकास कार्यों को रोकने की कोशिश कर रहे हैं।वही इस घटना को लेकर फैक्ट्री के अधिकारियों से इस मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।