अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के आवाहन पर कल सम्मेलन सभागार में समाज के विभिन्न संस्था एवं संगठनों के साथ विभिन्न सामाजिक मुद्दों पर विचार विमर्श के लिए एक बैठक आयोजित की गई।बैठक की अध्यक्षता करते हुए अखिल भारतवर्षीय मारवाड़ी सम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवकुमार लोहिया ने सम्मेलन के इतिहास का उल्लेख करते हुए कहा कि सन 1935 में प्रथम अधिवेशन में ही तत्कालीन राष्ट्रीय अध्यक्ष रामदेव चोखानी ने यह आवाहन किया था कि समाज के विभिन्न घटक एक मंच पर आए एवं सम्मेलन का हाथ मजबूत करें। इस सत्र मे सम्मेलन सम्मेलन का नारा है “अपणो समाज – एक समाज – श्रेष्ठ समाज “।समाज के विभिन्न घटक एकजुट होकर समाज के विकास में कार्यरत हो यह समय का तकाजा है। उन्होंने सम्मेलन की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी देते हुए सभी उपस्थित महानुभावो से अनुरोध किया कि इसकी जानकारी वह अपने सदस्यों में बांटे। साथ ही उन्होंने समाज में पनपती हुई विसंगतियों एवं नई-नई कुरीतियों का उल्लेख करते हुए कहा कि इसका मिलजुल कर हमें सामना करना है।लोहिया ने कहा की मातृभाषा हमारे संस्कार एवं संस्कृति की संवाहक होती है। अतः घरों में एवं हमारे बच्चों के साथ हमें अपने मातृभाषा का उपयोग करना चाहिए ताकि हमारी संस्कृति और संस्कार बचे रहें। सभा में एक न्यूनतम कार्यक्रम के बारे में चर्चा की गई। कार्यक्रम के संयोजक राजेश ककरानिया ने सभी उपस्थित महानुभावों का स्वागत किया एवं आशा व्यक्त की कि आज की इस बैठक से एक अच्छी शुरुआत होगी एवं हम समाज को एक एकजुट करने में सफल होंगे। राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिनेश जैन एवं राष्ट्रीय महामंत्री कैलाशपति तोदी ने सम्मेलन की विभिन्न स्वास्थ्य – शिक्षा संबंधी एवं रोजगार सहायता, व्यापार सहायता, राजनीतिक चेतना कार्यक्रमो से समाज के सभी व्यक्तियों को लाभ मिले इसका उन्होंने आवाहन किया। समाज के विभिन्न मुद्दों पर विस्तृत चर्चा की गई एवं इसमें सभी संगठनो के प्रतिनिधियों ने भाग लिया ।
उपस्थित सभी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने इस पहल का स्वागत किया एवं बैठक के उद्देश्यों की पूर्ति के लिए हर संभव सहयोग का आश्वासन दिया। बैठक में राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष केदारनाथ गुप्ता, वित्तीय उप समिति के चैयरमेन आत्माराम सोंथलिया एवं विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि अरुण चुडीवाल,कृष्ण कुमार सांघानिया, नरेंद्र तुलस्यान, प्रदीप खेतान, राजा राम बिहानी, हनुमान पंडित, नवल किशोर परसरामका, जगदीश प्रसाद चौधरी, दामोदर प्रसाद बिदावतका, अमित कुमार कहाली, महेंद्र अग्रवाल, अमर अग्रवाल रमेश ककरानिया एवं सीताराम अग्रवाल आदि उपस्थित थे।