कोलकाता : हावड़ा जिले के बाली के मशहूर पर्यावरणविद तपन दत्त हत्याकांड मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव की खंडपीठ ने महत्वपूर्ण फैसला सुनाया है। गुरुवार को उन्होंने साफ कर दिया है कि अगले चार सप्ताह के अंदर इस हत्याकांड में सुनवाई पूरी कर ली जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने यह भी निर्देश दिया है कि मामले की सुनवाई हाईकोर्ट की एकल पीठ में होगी। हालांकि किस न्यायाधीश की पीठ में सुनवाई होगी इस बारे में फिलहाल स्थिति स्पष्ट नहीं है लेकिन न्यायालय के सूत्रों ने बताया है कि न्यायमूर्ति राजशेखर महंथा की पीछ मामले में सुनवाई कर सकती है। दरअसल तपन हत्याकांड के बाद उनकी पत्नी प्रतिमा दत्त ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। उच्चतम न्यायालय ने मामले को हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ में रेफर कर दिया था जहां गुरुवार को सुनवाई हुई है। दत्त की पत्नी ने घटना की सीबीआई जांच की मांग की है। मुख्य न्यायाधीश की खंडपीठ ने गुरुवार को स्पष्ट कर दिया है कि एकल पीठ चार हफ्ते में इस पर निर्णय लेगा कि मामले की सीबीआई जांच हो या ना हो।
उल्लेखनीय है कि तपन की हत्या के आरोप सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस के लोगों पर लगे हैं। दावा है कि पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रहे लोगों के खिलाफ लगातार आंदोलन की वजह से तपन को घर में घुसकर मौत के घाट उतार दिया गया था। 2011 में ममता बनर्जी की सरकार आने के बाद से ही तपन दत्त की हत्या कर दी गई थी। सीआईडी घटना की जांच कर रही थी लेकिन उसकी रिपोर्ट में उन लोगों के नाम हटा दिया गया जो कथित तौर पर वारदात में तो शामिल थे लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस से जुड़े हुए थे। गुरुवार को सुनवाई के दौरान मुख्य न्यायाधीश ने इस बारे में भी पूछताछ की है। तपन दत्त की पत्नी की ओर से न्यायालय में पक्ष रख रहे वकील ने साफ बता दिया कि मुख्य अपराधियों को बचाने की कोशिश हो रही है। खास बात यह है कि सीआईडी ने इस मामले में जिन पांच लोगों को नामजद किया था उन्हें निचली अदालत ने पहले ही निर्दोष करार दे दिया है। घटना के 11 साल बीत जाने के बाद भी तपन दत्त का परिवार इस की उचित जांच के लिए न्यायालय की ठोकरें खा रहा है जिसे लेकर व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े हो रहे हैं।