
कोलकाता, 24 जुलाई ।पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गुरुवार को तीन दिवसीय दौरे पर दिल्ली जा रही हैं। इस दौरे के दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने का समय मांगा है। राज्य प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक, ममता बनर्जी इस बैठक में राज्य की विभिन्न मांगों को उठाएंगी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस यात्रा पर मुख्य रूप से नीति आयोग की बैठक में शामिल होने जा रही हैं, जो शनिवार को आयोजित की जाएगी। राज्य प्रशासन इस बैठक में उनके भाषण के लिए आवश्यक जानकारी एकत्र कर रहा है। ममता ने बुधवार को विधानसभा में अपने कार्यालय में मीडिया से बात करते हुए इस बारे में जानकारी दी।
शुक्रवार को ममता बनर्जी की तृणमूल कांग्रेस के संसदीय दल के साथ बैठक होगी, जो संसद भवन या बंग भवन में हो सकती है। इस बैठक का अंतिम निर्णय ममता बनर्जी ही लेंगी।
लोकसभा चुनाव के नतीजों की घोषणा के बाद ममता बनर्जी का यह पहला दिल्ली दौरा है। वह प्रधानमंत्री से मिलने के साथ-साथ विभिन्न कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगी। ममता बनर्जी राज्य की बकाया राशि को लेकर भी प्रधानमंत्री से बातचीत करेंगी। उल्लेखनीय है कि आवास योजना और मनरेगा के तहत राज्य को मिलने वाली राशि काफी समय से लंबित है। ममता बनर्जी ने कई मौकों पर केंद्र सरकार को इस मुद्दे पर आड़े हाथों लिया है।
गुरुवार शाम को ममता बनर्जी दिल्ली पहुंचेंगी। शुक्रवार को वह तृणमूल के संसदीय दल के साथ बैठक के लिए संसद जा सकती हैं। इस दौरान उनकी मुलाकात ‘इंडी’ गठबंधन के नेताओं और कांग्रेस नेता सोनिया गांधी से भी हो सकती है। लोकसभा चुनाव के बाद यह ममता और सोनिया गांधी की पहली मुलाकात हो सकती है।
नीति आयोग की बैठक में शामिल होने को लेकर तृणमूल कांग्रेस और ‘इंडी’ गठबंधन के अन्य सदस्यों में मतभेद उभर आए हैं। सोमवार शाम को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आवास पर हुई बैठक में विपक्षी गठबंधन के सहयोगियों ने तृणमूल को सूचित किया कि कांग्रेस के मुख्यमंत्रियों और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने इस बैठक में शामिल न होने का निर्णय लिया है। इसके बावजूद ममता बनर्जी इस बैठक में शामिल होंगी, जबकि उन्होंने पिछली नीति आयोग की बैठक में हिस्सा नहीं ल
