जामुड़िया। जामुड़िया के विधायक हरेराम सिंह को राज्य के तृणमूल कांग्रेस की सरकार द्वारा मंत्री बनाए जाने की चर्चा पूरे इलाके में जोर शोर से चल रहा है।कुछ दिनों पहले बाराबानी के विधायक सह आसनसोल नगरनिगम के मेयर विधान उपाध्याय को मंत्री बनाए जाने की चर्चा जोरों पर थी लेकिन स्वयं विधान उपाध्याय द्वारा मंत्री नही बनने की बात कहे जाने के बाद जामुड़िया विधायक हरेराम सिंह के नाम की चर्चा जोरों पर है।मालूम हो की विधायक हरेराम सिंह द्वारा वर्ष 2021 में जामुड़िया में 44 वर्ष तक शासन करने वाली माकपा के लाल दुर्ग को ध्वस्त कर दिया तथा तृणमूल कांग्रेस को जीत का स्वाद चखाया।तृणमूल कांग्रेस 2011 में सरकार में आई लेकिन जामुड़िया से माकपा को ही जीत हासिल होती रही।वही 2021 में श्रमिक नेता हरेराम सिंह द्वारा माकपा के तिलिस्म को तोड़ते हुए पहली बार जामुड़िया से तृणमूल कांग्रेस को जीत का सेहरा पहनाया।मालूम हो की कोयलांचल शिल्पांचल में बड़ी आबादी हिंदी भाषा भाषी लोगों की है लेकिन आज तक किसी भी दल द्वारा हिंदी भाषी विधायक को मंत्री नही बनाया गया।ऐसे में हिंदी भाषी लोगों को तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो पर आस टिकी हुई है क्योंकि उन्होंने वर्ष 2015 में पहली बारी हिंदीभाषी नेता जितेंद्र तिवारी को आसनसोल नगरनिगम का मेयर बनाया था।ऐसे में लोगों के बीच पुरजोर चर्चा है की आसनसोल लोकसभा चुनाव में बिहारी बाबू के नाम से प्रचलित शत्रुघन सिन्हा को जीत मिलने के बाद इस क्षेत्र से किसी हिंदी भाषी विधायक को राज्य सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है।इस विषय में जामुड़िया विधायक हरेराम सिंह द्वारा कुछ भी बोलने से इंकार किया गया।