कोलकाता, 25 जुलाई । पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में जिन दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर पीटा गया था उन्हें मंगलवार को जमानत मिल गई है। जेल से रिहा होते ही उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया है। महिलाओं ने कहा है कि उन्हें पुलिस ने फर्जी मामले मैं फसाया था। दावा किया जा रहा था कि दोनों महिलाओं ने चोरी की थी जिसके बाद उन्हें मारपीट कर पुलिस के हवाले किया गया था। मामले में रिहा होते ही महिलाओं ने कहा कि भीड़ ने हमें जब मारना पीटना शुरू किया तो हम लोगों ने विरोध जताना शुरू कर दिया था। पुलिस को देख कर मदद मांगी लेकिन किसी ने मदद नहीं की। उनके पुलिस में हमें झूठे मामले में जेल भेज दिया। पहले दावा किया गया कि हमने चोरी की है लेकिन जब वह आरोप साबित नहीं हुआ तो हम पर चौकी में तोड़फोड़ के आरोप लगाए गए जबकि हम लोग कभी थाना के आउटपोस्ट के आसपास भी नहीं गए। पीड़िता की बेटी ने कहा कि मां के साथ जो कुछ भी हुआ है उससे बहुत डर लग रहा है। मैं घर में छुप कर रह रही हूं। सोमवार दोपहर के समय मालदा जिला अदालत के न्यायाधीश मृणाल कांति ने ज़मानत दी थी लेकिन आदेश की कॉपी आने में शाम हो गई जिसकी वजह से उन्हें रात जेल में ही गुजारनी पड़ी। मंगलवार को दोनों महिलाएं जेल से रिहा हुई