
चिरकुंडा। चिरकुंडा-पंचेत रोड के तीन नं चढ़ाई स्थित श्रीश्री राम भरोसा धाम सार्वजनिक मंदिर के स्थापना स्थापना की प्रथम वर्षगांठ पर सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा के षष्ठम् दिवस शुक्रवार को कथावाचक माधव महाराज ने कहा कि “श्रीकृष्ण पुष्टि पुरुषोत्तम हैं,अत: वे सद्योमुक्ति देते हैं।”अन्यथा वैश्य, क्षत्रिय, ब्राह्मण,अग्निहोत्री, ब्राह्मनिष्ठ योगी आदि उत्तरोत्तर क्रमिक वर्णों से गुजरे बिना मुक्ति नहीं मिल पाती। यदि कन्हैया किसी जीव के प्रति दयालु हो जाय और कृपा कर दें तो जीव सीधा बैकुंठ में जा सकता है।
वैसे भगवान की साधारण कृपा तो सभी जीवो पर होती है,किन्तु किसी जीव पर वे विशिष्ट कृपा भी कर देते हैं। जब कोई जीव परमात्मा की प्रार्थना,धारण, चिंतन,साधना करते- करते थक हार कर रोने लगता है,दीन हो जाता है, उस जीव पर प्रभु की विशिष्ट कृपा दृष्टि होती है और उस जीव की उसी जन्म में मुक्ति हो जाती है।श्री कृष्ण तो ब्रह्मांड के स्वामी हैं वे जो चाहे सो कर सकते हैं।श्री कृष्ण तो अनुग्रह अर्थात पुष्टि पुरुषोत्तम है जिस किसी जीव पर वह अनुग्रह करते वह तत्काल मुक्त हो जाता है।श्री कृष्ण जब चाहे किसी भी सुपात्र जीव को बंधन मुक्त कर सकते हैं।

परमात्मा प्रमेयबल से किसी भी वैष्णव को तत्काल मुक्त कर सकते हैं। श्रीकृष्ण सद्यः मुक्ति के दाता हैं।
इस अवसर पर राम भरोसा धाम मंदिर के प्रधान पुजारी राम रतन पांडे,आचार्य अविनाश पांडे, एकानन्द पांडे,मनोज कुमार पांडे,सत्येंद्र पांडे,पुरुषोत्तम पांडे, शशि भूषण पांडे तथा चिरकुंडा के भक्तगण उपस्थित थे।
