कोलकाता । ढाई सालों के लंबे इंतजार के बाद आखिरकार लाखों लोगों की भीड़ एकत्रित करने वाली दुर्गा पूजा से पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बहुप्रतीक्षित टाला ब्रिज का उद्घाटन कर दिया है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शाम 5:49 बजे इसका उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि यह पूजा से पहले एक उपहार है। उन्होंने कहा कि सभी की दुर्गा पूजा ट्रैफिक मुक्त बीते इसलिए यह पहल की गई है।
बरहनगर या सिंथी जंक्शन से उत्तरी कोलकाता आने के लिए अब बेलगछिया ब्रिज ट्रैफिक जाम को पार नहीं करना पड़ेगा। पूजा से पहले टाला ब्रिज के खुलने से ट्रैफिक जाम में कमी आने की उम्मीद है।
उपस्थित मेयर फिरहाद हाकिम ने कहा कि यह नया पुल नवीनतम तकनीक का उपयोग करके बनाया गया है, इसलिए यह पहले की तुलना में काफी मजबूत हो गया है।
सूत्रों ने बताया कि टाला ब्रिज की शुरुआत में केवल हल्के वाहन चलाये जाएंगे। स्थिति का आकलन करने के बाद और रिपोर्ट संतोषजनक पाये जाने पर ही भारी वाहन चलाने का निर्णय लिया जायेगा।
दरअसल टाला ब्रिज कोलकाता को उपनगरों से जोड़ता है। लेकिन माझेरहाट पुल के ढह जाने के बाद खतरे से बचने के लिए पुराने पुल को तोड़कर नया ब्रिज बनाने का निर्णय लिया गया। एक फरवरी, 2020 से टाला ब्रिज पर यातायात पूरी तरह से बंद कर दिया गया था। पुनर्निर्माण कार्य शुरू हुआ। दो वर्षों में 468 करोड़ रुपये की लागत से 750 मीटर लंबा नया ब्रिज बना है। इतना ही नहीं पहले यह तीन लेन का पुल था, लेकिन नया पुल चार लेन का है, इसलिए दोनों तरफ फुटपाथ हैं।