रानीगंज(संवाददाता):ड्राइंग एंड पेंटिंग के राष्ट्रीय प्रतियोगिता में रानीगंज के चाय विक्रेता के पुत्र अभिजीत साव को सिल्वर मेडल मिला है। भारत के सुप्रसिद्ध मनी आर्ट गैलरी द्वारा आयोजित राष्ट्रीय प्रतियोगिता में उन्हें सिल्वर मेडल की प्राप्ति हुई है। उनकी उपलब्धि से उनकी मां भारती साव एवं पिता सतनारायण साव काफी खुश है उनके परिजनों ने बताया कि 5 वर्ष की उम्र से ही उसके पुत्र ने खुद ही अपने आप ड्राइंग की कला सीखी है हुमन लाइफ के ऊपर मूर्ति कला में उनकी ख्याति दूर-दूर तक हो गई है। लाइव मॉडल बनाने का काम वह करते हैं। विद्यार्थियों को अभ्यास करवा कर आज के युवाओं को बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स की तरफ आकर्षित कर रहे हैं। एक चाय विक्रेता के पुत्र अभिजीत साव। 5 वर्ष की उम्र से ही अभिजीत को ड्राइंग के प्रति अपने आप आकर्षित हो गए खुद से ड्राइंग एवं मिट्टी की प्रतिमाएं बनाने में उनकी रुचि रही। आर्थिक रूप से कमजोर होने के कारण अपना मन अकेले ही ड्राइंग एवं पेंटिंग में लगाते थे। धीरे-धीरे उनका नाम शहर में काफी प्रसिद्ध हो गया एवं लोग अपने बच्चों को ड्राइंग सीखने के लिए अभिजीत के पास भेजते थे। अभिजीत ने बताया कि पश्चिम बंगाल बोर्ड के श्री दुर्गा विद्यालय हिंदी स्कूल से आर्ट्स में उच्च माध्यमिक की शिक्षा ग्रहण की उसके पश्चात विश्व भारती शान्तिनिकेतन विश्वविद्यालय से बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स की डिग्री हासिल की। हुमन लाइफ के ऊपर मूर्ति कला निर्माण में उन्होंने महारत हासिल की है मात्र 25 वर्ष की उम्र में ही ड्राइंग के क्षेत्र में उनका काफी नाम हो गया है। अभिजीत ने बताया कि वह अभी मास्टर ऑफ फाइन आर्ट्स परीक्षा की तैयारी कर रहे है। उन्होंने कहा कि आज के समय में कैरियर के कई विकल्प खुल गए हैं इस समय फैशन एक ऐसा क्षेत्र है जो युवाओं को खुलकर जीने का मौका दे रहा है जिससे आज युवा बैचलर ऑफ फाइन आर्ट्स की तरफ आकर्षित हो रहे हैं और पेंटिंग ड्राइंग मूर्तिकला के साथ अन्य कला में अपनी प्रतिभा निखारने के साथ अपना करियर बना रहे हैं। इस क्षेत्र में वे विद्यार्थियों का कैरियर संवारने का काम कर रहे हैं एवं खुद भी अपना केरियर बनाने मैं प्रयासरत है। उनकी एकमात्र बहन बबली साव भी नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट नेट राष्ट्रीय लेवल की परीक्षा कॉलेज एवं विश्वविद्यालय में प्रोफेसर बनने की तैयारी में जुटी हुई है। दोनों भाई बहन काफी परिश्रम से खुद अपना कैरियर बनाने में लगे हुए हैं।