समीक्षक-डॉ. सुभाषिनी लता कुमार ———————– प्रलेक, मुंबई ने अभी-अभी एक पुस्तक प्रकाशित की है। उसका शीर्षक है ‘मॉरीशस और फीजी: विश्व हिंदी सम्मेलन के झरोखे से’। इसके लेखक हैं कृपाशंकर…
पंडित माधवराव सप्रे, हिंदी पत्रकारिता और साहित्य में लगभग भुला दिए गए महानायक हैं। भारतबोध और भारतीयता के सबसे प्रखर प्रवक्ता स्प्रे हमारे स्व को जगाने वाले लेखक हैं। हिंदी…
‘इंडिया’ की आंखों से भार आजकल राष्ट्रीयता,भारतीयता, राष्ट्रत्व और राष्ट्रवाद जैसे शब्द चर्चा और बहस के केंद्र में है। ऐसे में यह जरूरी है कि हम भारतीयता पर एक नई…
केंद्र सरकार का नया मंत्रिमंडल निरंतरता की गवाही देता है। यह बात बताती है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को अपनी टीम पर भरोसा कायम है। प्रमुख विभागों में अपनी आजमाई…
कोलकाता, 8 जून (आईएएनएस)। एक्टिंग से राजनीति में आये तृणमूल नेता सोहम चक्रवर्ती पर कोलकाता के न्यू टाउन में एक रेस्टोरेंट मालिक को पीटने का आरोप लगा है। वह पूर्वी…
हिंदी पत्रकारिता दिवस मनाते समय हम सवालों से घिरे हैं और जवाब नदारद हैं। पं.जुगुलकिशोर शुकुल ने जब 30 मई ,1826 को कोलकाता से उदंत मार्तण्ड की शुरुआत की तो…
जयंती (4 जून पर विशेष) ख्यातिनाम कथाकार ,उपन्यासकार श्रीमती मालती जोशी के निधन की सूचना ने साहित्य जगत में जो शून्य रचा है, उसकी भरपाई संभव नहीं है।गत 15 मई,…
जैसे-जैसे यह साफ हो रहा है कि बीजेपी उत्तरी राज्यों में भी दबाव में होने के कारण बैकफुट पर है, आलोचक और प्रशंसक- दोनों ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक-एक…