कोलकाता । 21 जुलाई को तृणमूल के शहीद दिवस वाले दिन भारतीय जनता पार्टी हावड़ा के उलूबेरिया में भी जनसभा करना चाहती है। इसे लेकर हाई कोर्ट ने फटकार लगाते हुए पूछा है कि आखिर जिस दिन सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस की जनसभा होनी है उसी दिन आपको भी जनसभा क्यों करनी है। नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी ने जनसभा की अनुमति देने की मांग करते हुए याचिका लगाई थी जिस पर मंगलवार को सुनवाई हुई है। सुनवाई करते हुए न्यायाधीश ने पूछा कि 21 जुलाई का ऐसा क्या विशेष महत्व है कि उसी दिन आपको भी जनसभा करनी है? क्या उस दिन गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती है? अगर आप गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर की जयंती मनाते तो मैं कभी नहीं रोकता लेकिन 21 जुलाई को ही जनसभा करेंगे ऐसी क्या जिद है। 22 या 23 जुलाई को भी कर सकते हैं उसमें तो कहीं कोई असुविधा नहीं है।
उल्लेखनीय है कि हर साल तृणमूल कांग्रेस 21 जुलाई को शहीद दिवस कार्यक्रम करती है और धर्मतल्ला में होने वाले इस महासम्मेलन में राज्य भर से पार्टी के कार्यकर्ता एकत्रित होते हैं। यह ममता बनर्जी का आधिकारिक शक्ति प्रदर्शन का दिन माना जाता है और इस दिन पूरे शहर में ट्रैफिक व्यवस्था चरमराई रहती है। इस बार भी कई निजी स्कूलों ने स्कूल बंद करने की घोषणा पहले ही कर दी है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी उसी दिन हावड़ा के उलूबेरिया में जनसभा करना चाहती थी जिसे लेकर कोर्ट ने तीखी टिप्पणी की है।