कोलकाता । 21 जुलाई को पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस हर साल शहीद दिवस मनाती है। इस बार इस दिन एक तरफ तृणमूल का शहीद दिवस होगा तो दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी द्रौपदी मुर्मू के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के तौर पर जीत की खुशी मनाएगी। 18 जुलाई को राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान होना है और 21 जुलाई को नतीजे घोषित होंगे। ममता बनर्जी पहले ही एक विवादित बयान में भाजपा के खिलाफ जेहाद का ऐलान कर चुकी हैं। इसके खिलाफ हाईकोर्ट में मामला भी चल रहा है।
प्रदेश भाजपा के नेता राहुल सिन्हा ने कहा है कि 21 जुलाई को तृणमूल कांग्रेस फर्जी शहीद दिवस मनाती है। सच्चाई यह है कि उस दिन माकपा की सरकार ने गोली चलाई थी और कांग्रेस कार्यकर्ताओं की मौत हुई थी। ऐसे में तृणमूल कांग्रेस किस आधार पर शहीद दिवस मनाती है यह समझ से परे है। 2011 में ममता बनर्जी राज्य की मुख्यमंत्री बनीं, अगर सच में उन्हें शहीदों की चिंता होती तो गोली चलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाती लेकिन आज वे तृणमूल कांग्रेस के नेता हैं। जो लोग उस समय गोलीबारी में आरोपित थे वे पश्चिम बंगाल सरकार के विश्वासपात्र अधिकारी बन चुके हैं। इसलिए तृणमूल के फर्जी शहीद दिवस से हमारा कोई मतलब नहीं है। उस दिन राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आएंगे और भाजपा उसी का जश्न मनाएंगी।