शराबी’ में परफेक्ट सीन देने के लिए अमिताभ बच्चन से जब प्रकाश मेहरा ने करवाए थे 45 रिटेक

अमिताभ बच्चन ने फिल्म इंडस्ट्री को कई शानदार फिल्में दी हैं. इसी में से एक है ‘शराबी’ . इस फिल्म के गाने हो या डायलॉग या फिर अमिताभ की एक्टिंग सब एक से बढ़कर एक लाजवाब है. इस फिल्म की हीरोइन जयाप्रदा जब ‘मुझे नौलखा मंगा दे रे, ओ सइयां दीवाने’ गाने पर नाचीं तो सिनेमाघर में दर्शक भी झूम उठे थे. सिर्फ यही नहीं अमिताभ ने जब गाया ‘दे दे प्यार दे’ तो 80 के दशक में लड़कियां का जीना मुहाल हो गया था. लड़के प्रपोज करने के लिए इसी गाने को गा देते थे, बात बन गई तो ठीक नहीं तो कह देते थे कि अरे गाना गा रहे थे. वहीं कई बार जब जवाब नहीं मिलता तो ‘इंतहा हो गई इंतजार की’ गाकर अपनी भड़ास निकालते थे. इस फिल्म से जुड़े कुछ और मजेदार किस्से बताते हैं.

प्रकाश मेहरा और अमिताभ बच्चन की जोड़ी ‘जंजीर’ फिल्म में हिट रहने के बाद डायरेक्टर ने ‘शराबी’ फिल्म में फिर बिग बी के साथ काम किया. दोनों की जुगलबंदी में ‘शराबी’ छठी फिल्म थी.फिल्म में अमिताभ एक अमीर बाप की औलाद बने थे, प्राण उनके पिता थे. मीडिया की खबरों की माने तो शराबी का एक सीन शूट करने में अमिताभ बच्चन को करीब 45 बार रिटेक देना पड़ा था. 2 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद जाकर सीन फाइनल हुआ था.फिल्म के सीन में प्राण बने पिता अपने बेटे को एक पार्टी में उन्हें गेस्ट से मिलवाते हैं. प्राण जब दारूवाले शख्स से मिलवाते हैं तो अमिताभ उन्हें गले लगाते हैं. सीन की शूटिंग में अमिताभ और दारूवाले की आवाज मैच नहीं हो पा रही थी. बार बार अलग अलग आवाजें आ रहीं थी. सटीक मैच करवाने के लिए बार-बार रिटेक करवाना पड़ा और इतना लंबा समय लग गया.

‘शराबी’ में संगीत बप्पी लाहिड़ी ने दिया था. गीत अनजान ने लिखे थे. ‘शराबी’ फिल्म की कामयाबी में गानों का बड़ा हाथ है. ‘मुझे नौलखा मंगा दे रे, ओ सइयां दीवाने’, ‘दे दे प्यार दे’, ‘जहां चार यार मिल जाए’, ‘इंतहा हो गई इंतजार की’ जैसे सुपरहिट गानों की कोई तुलना ही नहीं है. बप्पी को सर्वश्रेष्ठ संगीतकार का पुरस्कार मिला था. प्रकाश मेहरा की इस फिल्म को उस साल के फिल्मफेयर अवॉर्ड में बेस्ट एक्टर समेत कुल 9 नॉमिनेशन मिले थे. इस फिल्म की शूटिंग अमिताभ ने अपने जख्मी हाथों के साथ की थी.

इस फिल्म के गाने तो सुपरहिट थे ही डायलॉग भी कुछ कम नहीं थे. एक डायलॉग तो ऐसा है कि अक्सर बोला और सुना जाता है. खासकर तब बात जब किसी के शानदार मूछों की हो. अब आपको याद आ गया होगा कि हम किस डायलॉग की बात कर रहे हैं. मूंछों का जिक्र हो और शराबी फिल्म में मुकरी के साथ अमिताभ बच्चन के डायलॉग की बात न हो,ऐसा हो ही नहीं सकता. डायलॉग है ‘भाई मूंछे हो तो नत्थूलाल जी जैसी हो वरना न हो’.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Open chat
1
Hello
Can we help you?