दीप मिस्त्री
कोलकाता ; देश के त्योहारों में से एक रथयात्रा जो आषाढ़ मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को मनाया जाता है। पश्चिम बंगाल में विभिन्न स्थानों पर भगवान जगन्नाथ के मंदिर जैसे मायापुर (इस्कॉन), श्रीरामपुर हुगली, लिलुआ हावड़ा, बेलूर मठ हावड़ा, खिदिरपुर-कोलकाता, जोड़ासाँको -कोलकाता, मानिकतला-कोलकाता में स्थित है ! सोमनाथ रॉय चौधरी के द्वारा रथतला महाप्रभु जगन्नाथ मंदिर की स्थापना 4 साल पहले की गई थी । बेलघरिया रथतला श्री श्री जगन्नाथ महाप्रभु मंदिर समिति और सोमनाथ रॉय चौधरी के द्वारा 1 जुलाई 2022 को रथ यात्रा के अवसर पर असंख्य जनसभाएं हुईं उधर बीटी रोड से रथ जगन्नाथ, बलभद्र और सुभद्रा को अस्थाई मौसी के घर ले जाया गया। कमरहाटी नगर पालिका अंतर्गत वार्ड संख्या 23 के पास दुलाल नगर खेल का मैदान में सात दिनों के बाद अपने घरों को लौट जाएंगे। इस शोभायात्रा में प्रदेश अध्यक्ष सुब्रत बख्शी, सांसद अर्जुन सिंह, बारानगर विधानसभा क्षेत्र के विधायक तापस रॉय, बारानगर नगर पालिका के उपमहापौर दिलीप नारायण बसु, विधायक निर्मल घोष आदि गणमान्य व्यक्तियों ने हिस्सा लिया बैरकपुर पुलिस आयुक्त मनोज कुमार वर्मा, बेलघरिया पुलिस स्टेशन बेलघरिया आईसी रतन चक्रवर्ती, कमरहाटी नगर पालिका के मेयर गोपाल साहा, कमरहाटी नगर पालिका प्रतिनिधि, कुशाल चौधरी ने हिस्सा लिया बेलघरिया कामरहटी नगर पालिका के पास रथ तल, श्री श्री जगन्नाथ प्रभु का 16 पहियों वाला 30 फीट का रथ, श्री श्री बासुदेव प्रभु के 28 फीट के 14 पहिए, सुभद्रा देवी के 25 फीट के 12 पहिए, लकड़ी के तीन रथों के 42 पहियों से रथ बनाया जा रहा है। . रथ के चारों ओर विभिन्न देवताओं की कुल 33 लकड़ी की निकासी की गई है। रथ बनाने के लिए राउरकिला, पुरी, उड़ीसा के गांधार जंगल से लकड़ी लाई गई है। कुल 3200 सौ सीएफटी लकड़ी की आवश्यकता होती है और श्री श्री जगन्नाथ महाप्रभु का रथ बनाने वाले सभी पुरी से बुलाए गए हैं