
कोलकाता, 03 नवम्बर । जादवपुर विश्वविद्यालय के नए कुलपति प्रोफेसर चिरंजीव भट्टाचार्य ने सोमवार को पद की जिम्मेदारी संभाली। वर्तमान में, वे पश्चिम बंगाल उच्च माध्यमिक शिक्षा परिषद के अध्यक्ष के दायित्व का भी निर्वहन कर रहे हैं और अब दोनों महत्वपूर्ण पदों का संचालन करेंगे। विश्वविद्यालय के विभिन्न शिक्षक संगठनों ने उन्हें बधाई संदेश भेजकर स्वागत किया।
कार्यभार संभालने के बाद, प्रो. भट्टाचार्य ने कहा, “दोनों ही जिम्मेदारियां अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। उच्च माध्यमिक शिक्षा के क्षेत्र में अभी कई कार्य अधूरे हैं, वहीं विश्वविद्यालय भी स्थायी नेतृत्व के अभाव से जूझ रहा था। सभी के सहयोग से हम चुनौतियों का समाधान करने का प्रयास करेंगे।”
चिरंजीव भट्टाचार्य पूर्व में इसी विश्वविद्यालय में स्थायी रजिस्ट्रार रह चुके हैं। साथ ही, वे इंजीनियरिंग संकाय के डीन और वर्ष 2019 से 2023 तक सह कुलपति भी रहे। उनके कार्यकाल के दौरान छात्र संघ चुनाव की मांग उठी थी, जो अभी तक लंबित है।
इस विषय पर उन्होंने कहा, “मैं व्यक्तिगत रूप से मानता हूं कि छात्र संघ चुनाव होना चाहिए। पहले भी मैंने इस मामले में पत्र लिखा था, लेकिन इसके लिए सरकार की अनुमति आवश्यक है। मैं सरकार से बात कर जल्द से जल्द अनुमति दिलाने की कोशिश करूंगा।”
जादवपुर विश्वविद्यालय वर्तमान में भारी पद रिक्ति की समस्या से जूझ रहा है। रजिस्ट्रार, जॉइंट रजिस्ट्रार, एक सह कुलपति, सीनियर फाइनेंस ऑफिसर, चार विभागों में डीन, डीन ऑफ स्टूडेंट्स, सेक्रेटरी और फैकल्टी सेक्रेटरी सहित कई प्रशासनिक पद खाली हैं। वहीं, करीब 40 प्रतिशत शिक्षक पद भी रिक्त हैं और गैर–शिक्षकीय कर्मचारियों की भी भारी कमी है।
प्रो. भट्टाचार्य ने स्पष्ट किया कि इन सभी पदों को शीघ्र भरना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी, ताकि विश्वविद्यालय की शैक्षणिक और प्रशासनिक गतिविधियां सुचारू रूप से आगे बढ़ सकें।

