हावड़ा । भागवताचार्य स्वामी त्रिभुवनपुरी महाराज ने सेठ बंशीधर जालान स्मृति मन्दिर में श्रीमद्भागवत कथा में ध्रुव चरित्र, श्रीराम चरित्र, भरत चरित्र, नृसिंह अवतार, वामन अवतार, श्रीकृष्ण जन्म कथा एवम् विविध प्रसंग सुना कर भाव विभोर किया । स्वामी त्रिभुवनपुरी महाराज ने कहा ध्रुव चरित्र मन से भक्ति और धार्मिक – आध्यात्मिक मार्ग पर चलने तथा आत्मीय सुख प्राप्त करने की प्रेरणा देता है । स्वामी त्रिभुवनपुरी महाराज ने कहा नृसिंह अवतार में भगवान विष्णु का आधा मानव, आधा सिंह रूप है । नृसिंह अवतार में भगवान विष्णु ने अपने परम भक्त प्रह्लाद की रक्षा के लिए असुर हिरण्यकश्यप का वध किया, जिसने खुद को अजेय मान लिया था । नृसिंह अवतार धर्म और न्याय का प्रतीक है, जो बुराई को नष्ट करता है और भक्तों की रक्षा करता है । सपरिवार राजेश डालमिया, संदीप पोद्दार, धीरेन अग्रवाल, अनूप तोदी, विनोद सुरेका, विजय सिंह, दीपक गुप्ता, राजेश डालमिया, राकेश ओझा, रितेश केजरीवाल, राकेश सिंघानिया, मनोज अग्रवाल, दिलीप कानोड़िया, दीपक नोपानी, अरुण गोयल, पंचानंद ओझा, संजय बुराकिया, राजू खरकिया एवम् श्रद्धालु भक्तों ने व्यास पीठ का पूजन किया ।