रानीगंज(संवाददाता): सोनपुर बजारी प्रोजेक्ट में जमीन के बदले नौकरी की मांग पर कोलफील्ड लेंड लुजर्स कमेटी की ओर से प्रदर्शन सभा का आयोजन किया, घंटों चली आंदोलन के बाद स्थानीय विधायक के आश्वासन के बाद आंदोलन समाप्त हुआ, आंदोलन का नेतृत्व कर रहे कमेटी के अध्यक्ष सचिनाथ चक्रबर्ती और सचिव बिभास मंडल ने बताया की इसीएल के विभिन्न एरिया में जमीन देने वाले जमीन दाताओं की सैकडों नौकरियां इसीएल के पास बकाया है।पैकेज डील के तहत सोनपुर बजारी, केंदा, पांडवेश्वर एरिया, बंकोला एरिया, झांझरा एरिया, श्रीपुर एरिया, सातग्राम एरिया में पिछले 1998 से जमीन के बदले नौकरी बांकी है।जमीन लेकर ईसीएल ने काटकर कोयला भी उत्पादन कर लिया लेकिन नौकरी अभी तक नही दिया। इसके लिए पिछले 1998 सालों से कोलफील्ड लेंड लुजर्स कमेटी इन जमीन दाताओं के लिए आंदोलन करती आ रही है।इसके पहले इसीएल मुख्यालय में कोलफील्ड लैंड लुजर्स कमेटी और इसीएल प्रबंधन के बीच बैठक हुई थी जिसमें इसीएल की ओर से डिप्टी जीएम प्रशनल पुण्यदीप भट्टाचार्य, सोनपुर बजारी के एपीएम आबीर मुखर्जी, इसीएल लेंड विभाग से सुजीत मंडल, एचओडी देवाशीष नंदी,आर आई सोनपुर बजारी ए नंदी इसके अलावे कोलफील्ड लेंड लुजर्स कमेटी के अध्यक्ष सचिनाथ चक्रबर्ती, सचिव विभास मंडल और एमडी सदरूदिन हुसैन शामिल हुऐ थे, बैठक में फैसला होने के बाद भी इसीएल ने अभी तक कुछ नही किया सोनपुर बजारी का ही एक मामला है राधेश्याम तिवारी का जमीन 1998 में पैकेज डील के तहत लिया गया था लेकिन आज तक नौकरी नही दिया गया जबकी राधेश्याम तिवारी का नुकरी करने की उम्र भी शेष होगया, राज्य के कानून मंत्री मलय घटक ने इसीएल सीएमडी को पत्र लिखकर इस मैटर को जल्द खत्म करने की मांग किया था लेकिन इसीएल ने अब तक कोई कार्रवाई नही किया। 24 /6/2022 को सर्किट हाउस में बैठक होने वाली है।उसके बाद आगे की आंदोलन की रूप रेखा तैयार की जायेगी ।