कोलकाता । सत्संग भवन में पधारे दंडीस्वामी ब्रह्माश्रम महाराज ने कहा भारत की संस्कृति विविधता में एकता है । सनातन हिन्दू धर्म के प्रति आस्था, जागरूक रहने की प्रेरणा देते हुए कहा जिस दिन हम देशवासियों के मन में अपने राष्ट्र और भारत माता के प्रति सम्मान की भावना जागृत हो जायेगी, सही अर्थों में उस दिन भारत की स्वाधीनता सार्थक हो जायेंगी । स्वामी ब्रह्माश्रम महाराज ने कहा माँ भारती के उन महान सपूतों को वंदन करें, जिन्होंने भारत की एकता, अखंडता, समरसता और सहिष्णुता के लिये अपने प्राणों की आहुतियां दे दी । भारत की सीमाओं की रक्षा में अहर्निश तत्पर रहने वाले सभी वीर जवानों को मन से नमन करते हैं, जिनके शौर्य, पराक्रम से हम सभी देशवासी स्वतंत्र राष्ट्र भारत में सुख और शांति के साथ जीवनयापन कर रहे हैं । समाजसेवी विनय सुल्तानिया, बिमल सिंह शेखावत, संजय सुल्तानिया (सोनी), सज्जन वर्मा, राजा सुल्तानिया, राजू शर्मा, अभय पाण्डेय ने स्वामी ब्रह्माश्रम महाराज का स्वागत किया । सत्संग भवन के ट्रस्टी पण्डित लक्ष्मीकांत तिवारी, दीपक मिश्रा ने श्रद्धालु भक्तों से दैनिक प्रवचन में उपस्थित रह कर पुण्य अर्जित करने का निवेदन किया ।