रानीगंज। आसनसोल के पूर्व मेयर एवं वर्तमान भाजपा के दिग्गज नेता जितेंद्र तिवारी ने सोशल मीडिया पर रानीगंज के विकास को लेकर आवाज उठाई है। उन्होंने आसनसोल नगर निगम द्वारा संचालित रानीगंज के पांच विद्यालयों के बंद होने तथा 2021 के बाद से रानीगंज में कोई भी विकास नहीं होने का मामला उठाया है। उन्होंने अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से कहा है कि तृणमूल के नेता रानीगंज की उन्नति की बात करते हैं परंतु आसनसोल नगर निगम द्वारा संचालित रानीगंज के पांच विद्यालयों को बंद कर दिया गया है जिसमें तीन बांग्ला मध्य एक हिंदी तथा एक उर्दू मध्य विद्यालय शामिल हैं। उन्होंने कहा है कि 2024 से इन विद्यालयों को जो कंपोजिट ग्रांट मिलता था वह बंद है। सरकार के सभी विद्यालयों को बच्चों के लिए मुफ्त ड्रेस मिलता है जबकि यहां के बच्चों को कोई भी ड्रेस नहीं मिला। उन्होंने कहा है कि 2021 से रानीगंज में लगभग कोई भी विकास का कार्य नहीं हुआ है। जबकि कई छोटे-छोटे काम थोड़े से प्रयास करने से हो जाता। उन्होंने आसनसोल क्षेत्र का सबसे वांछित शहर रानीगंज को बताया। उन्होंने रानीगंज के तृणमूल नेताओं एवं रानीगंज के विकास का दावा करने वाले नेताओं से यह सवाल किया है। वही इस विषय को लेकर रानीगंज के बोरो के मुजम्मिल शहजाद से फोन पर संपर्क करने की कोशिश की गई परंतु उन्होंने फोन नहीं उठाया। वही इस विषय को लेकर आसनसोल के मेयर विधान उपाध्याय से बात करने पर उन्होंने बताया कि कंपोजिट ग्रांट की बात है वह कार्यालय से देखकर बताया जाएगा वही जितेंद्र तिवारी ने जो कहा है कि 2021 के बाद रानीगंज का कोई विकास नहीं हुआ है तो उन्होंने 2021 तक सारा विकास कर दिया था और रानीगंज वंचित शहर नहीं है पश्चिम बंगाल का कोई भी शहर वंचित नहीं है सभी का विकास तृणमूल के सरकार में हुआ है।