कुल्टी।पश्चिम बंगाल के आसनसोल केंद्रीय एजेंसियों व आसनसोल दुर्गापुर पुलिस के द्वारा कुछ वर्ष पहले अवैध कोयले के उतखनन और उसकी तस्करी पर लगाम लगाने के लिये चलाई गई अभियान के बाद पुरे आसनसोल ही नही बल्कि आसनसोल से सटे बंगाल के अन्य जिले पुरुलिया, बांकूड़ा और बिरभूम मे कोयले की अवैध उतखनन और उसकी तस्करी पूरी तरह बंद हो गई थी और कुछ कोयला माफियाओं की हुई गुरफ़्तारी ने बाकि के अन्य कोयला माफियाओं के भीतर दहशत और डर का माहौल पैदा कर दिया था, जिस कारन वह गिरफ़्तारी से बचने के लिये अंडर ग्राउंड हो चुके थे, अब वह तमाम कोयला माफिया और कोयला तस्कर फिर से आसनसोल मे अवैध कोयले की उतखनन और उसकी तस्करी करने के लिये एक बार फिर मैदान मे उतर गए हैं, यह जानते हुए की आसनसोल मे अवैध कोयले की उतखनन और उसकी तस्करी मामले की जाँच बंद नही हुई चल रही है, यहीं नही जाँच के दौरान कब और किस कोयला माफिया की मामले मे गिरफ़्तारी हो जायेगी यह डर भी उन कोयला माफियाओं के अंदर बना हुआ है, इसी डर और भय के बिच अखिरकार इन कोयला माफियाओं को किसकी छत्रछाया मिल गई, किसका आशीर्वाद इनको प्राप्त हो गया की वह पूरी तैयारी के साथ केंद्र एजेंसियों और बंगाल पुलिस को चुनौती देते हुए अवैध कोयले की उतखनन और उसकी तस्करी के लिये एक बार फिर मैदान मे एक और पारी खेलने के लिये उतर गए हैं, ऐसे मे उनकी यह पारी कब तक चलेगी और किस हद तक चलेगी यह तो कह पाना मुश्किल है, वह इस लिये की कोयला माफियाओं द्वारा अवैध कोयले की अवैध उतखनन और उसकी तस्करी के लिये खेली जा रही इस पारी के खिलाफ राज्य के सत्ताधारी पार्टी तृणमूल ही नही नही बल्कि केंद्र शासित पार्टी भाजपा भी खामोश है, इसके अलावा अगर हम बात करें कांग्रेस और सीपीएम की तो वह सीधे तौर पर यह आरोप लगाने से पीछे नही हट रहे हैं की शिल्पाँचल मे शुरू हुई कोयले की अवैध उतखनन और उसकी तस्करी के पीछे बिजेपी और तृणमूल का सह है, इस लिये एक बार फिर पूरी तरह अंडर ग्राउंड हो चुके कोयला माफिया एक बार फिर से सक्रिय हो गए हैं, चाहे वह रानीगंज थाना इलाका हो या फिर जामुड़िया या हो कुलटी और बराबनी थाना इलाका कोयला माफिया इस बार बेहद साइलेंट तरीके से कोयले की अवैध उतखनन और उसकी तस्करी को अंजाम दे रहे हैं, जिसमे कुलटी पहले नंबर पर चल रहा है, बोडरा और सलानपुर इलाके मे ट्रेक्टर और साईकल इसीएल और बिसीसीएल के ओसीपी माइंस से कोयला माफिया कोयले का अवैध उतखनन करवा रहे हैं और चौरंगी पुलिस फाड़ी अंतर्गत राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर स्थित खोखन घोष सहित कई अन्य हाड कोक भटठों मे 3500 रुपए टन की क़ीमत पर खपा कर अवैध कोयला को वैध बनाकर दुर्गापुर सहित कई अन्य फैक्ट्रीयों मे अच्छी खासी कीमत पर सफलाई कर रहे हैं, बताया जा रहा है की कुलटी के बोडरा स्थित बिसीसीएल के ओसीपी माइंस से पिंटा और मुमताज़ कोयले की अवैध उतखनन करवा रहा था अब उस माइंस मे एक नविन सिंह नामक व्यक्ति की इंट्री हो गई है, जो हत्या के आरोप मे जेल भी जा चूका है, इसके अलावा बॉबी और असरफ नाम के भी दो अन्य कोयला माफिया हैं, जो बिसीसीएल के बोडरा स्थित कोयला खदान पर अपना कब्ज़ा जमाए हुए हैं, यहीं नही इन सब के अलावा संजय साव नाम का व्यक्ति है, जिसको सेटिंग मास्टर के नाम से सब जानते हैं, बताया जा रहा है की संजय ही सारी सेटिंग करता है, चाहे वह सिआईएसएफ हो या फिर पुलिस या हो कोई नेता, संजय सभी को एक मोटी रकम पहुँचाता है, यही कारन है की कुलटी के कोयला माफिया बेखौफ होकर कोयले की अवैध उतखनन और उसकी तस्करी का काम कर रहे हैं और जमकर चांदी काट रहे हैं, इसके अलावा पता यह भी चला है की संजय झारखंड से आने वाली कोयले को भी बंगाल मे इंट्री करवाता है और उन वहनो से पाशिंग के नाम पर एक मोटी रकम लेकर बंदर बाँट करता है