कोलकाता ; प्राथमिक शिक्षक नियुक्ति भ्रष्टाचार मामले में कलकत्ता हाई कोर्ट ने माध्यमिक शिक्षा परिषद माणिक भट्टाचार्य, उनकी पत्नी और बेटे की संपत्ति का ब्यौरा मांगा है। कोर्ट ने पूछा है कि आपकी संपत्ति कितनी है? पत्नी के पास कितनी संपत्ति है? बेटे और बहू के नाम कितनी संपत्ति है? शादी से पहले बेटी के नाम कितनी संपत्ति थी? दो सप्ताह के भितर उन्हें जवाब देना है।
पलाशीपाड़ा से तृणमूल कांग्रेस के विधायक माणिक उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद मंगलवार दोपहर उच्च न्यायालय में पेश हुए। सुनवाई की शुरुआत में दोपहर 2.30 बजे जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय ने उनसे कहा, ”मैं आपको कटघरे में खड़ा नहीं कर रहा हूं क्योंकि आप विधानसभा के सदस्य हैं।’ माणिक को कुल 28 सवालों का सामना करना पड़ा, जिसमें पेशेवर योग्यता और संपत्ति का ब्यौरा शामिल हैं।
साथ ही उच्च न्यायालय ने पांच जुलाई तक माणिक के परिवार की चल-अचल संपत्ति की जानकारी हलफनामे के रूप में उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। माणिक की पत्नी, बेटे और पत्नी को भी यह बताना होगा कि उनके पास कितनी संपत्ति है। इतना ही नहीं, हाईकोर्ट ने यह भी विस्तार से बताने का निर्देश दिया है कि शादी के समय तक माणिक की बेटी के नाम कितनी संपत्ति थी। साथ ही हाईकोर्ट ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कहा है कि संपत्ति का ब्यौरा नहीं देने पर कोर्ट कड़ा कदम उठाएगा।