नई दिल्ली (एजेंसी) : पहलगाम आतंकी हमले का जवाब देने के लिए भारतीय सेना ने 7 मई को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की थी। इस दौरान पाकिस्तान में कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर सैन्य कार्रवाई की गयी।
भारत की इस कार्रवाई में लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े कई खूंखार आतंकवादी मारे गए थे।
सरकार के मुताबिक, सेना के इस एक्शन में 100 से अधिक आतंकी मारे गए हैं। अब मारे गए 5 बड़े आतंकियों के नाम सामने आए हैं।
ये नाम देखने के बाद भारतीय सेना की स्ट्राइक को उम्मीद से कहीं अधिक सफल बताया जा रहा है। यहां तक कि भारत ने कंधार का बदला भी लिया है। उस आतंकी को ढेर कर दिया गया है, जिसे विमान अपहरण के बाद भारत की जेल से रिहा किया गया था।
Terrorists killed in the Indian strikes on 7 May
- मुदस्सर कादियान खास उर्फ मुदस्सर उर्फ अबू जुंदाल (लश्कर): मरकज तैयबा, मुरीदके का इंचार्ज था। सेना ने मुरीदके के मरकज को भी तबाह कर दिया था। इसके अंतिम संस्कार में पाकिस्तानी सेना ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया था। यहां तक कि पाक सेना प्रमुख और पंजाब के मुख्यमंत्री (मरियम नवाज) की ओर से भी जनाजे पर फूल चढ़ाए गए थे। इसके जनाजे की नमाज जमात उद दावा के हाफिज अब्दुल रऊफ ने पढ़ाई थी।
- हाफिज मोहम्मद जमील (जैश): यह मौलाना मसूद अजहर का सबसे बड़ा साला था। इसे बहावलपुर के मरकज सुभान अल्लाह की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। सेना के हमले में यह मस्जिद भी तबाह हो गई थी, जिसके फोटो-वीडियो भी सामने आए थे। हाफिज मोहम्मद जमील युवाओं को कट्टरपंथी बनाने और जैश-ए-मोहम्मद के लिए धन जुटाने का काम करा था।
- मोहम्मद यूसुफ अज़हर उर्फ उस्ताद जी उर्फ मोहम्मद सलीम उर्फ घोसी साहब (जैश) : यह मौलाना मसूद अजहर का साला था। यह जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों को हथियारों की ट्रेनिंग दिलाता था। यह जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों में शामिल था और आईसी-814 (कंधार कांड) अपहरण मामले में भी वांटेड था।
- खालिद उर्फ अबू अकसा (लश्कर): यह जम्मू-कश्मीर में कई आतंकवादी हमलों में शामिल था। अफगानिस्तान से हथियारों की तस्करी करता था। फैसलाबाद में इसका अंतिम संस्कार किया गया था, जिसमें पाकिस्तानी सेना के कई अधिकारी और फैसलाबाद के डिप्टी कमिश्नर शामिल हुए थे।
- मोहम्मद हसन खान (जैश): यह पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में जैश-ए-मोहम्मद के ऑपरेशनल कमांडर मुफ्ती असगर खान कश्मीरी का बेटा था। इसने जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी हमलों के कॉर्डिनेशन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।