कोलकाता । भारत की आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली आजाद हिंद फौज के संस्थापक रासबिहारी बोस की जीवनी पर किताब का प्रकाशन होने जा रहा है। इसका नाम है ए समुराई ड्रीम ऑफ आजाद हिंद। आठ दशक पहले 22 जून 1942 को बैंकॉक में रासबिहारी बोस ने इंडियन इंडिपेंडेंस लीग के द्वितीय सम्मेलन का आह्वान किया था और यहीं पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के उपस्थित होने के बाद उन्हें आजाद हिंद फौज की कमान सौंपने का प्रस्ताव स्वीकृत किया गया था। भारतीय आजादी की लड़ाई में अविस्मरणीय भूमिका निभाने वाले इस महानायक की जीवनी पर किताब लिखा है कोलकाता के लेखक प्रसून राय ने। आजाद हिंद फौज की स्थापना के करीब 80 साल पूर्ण होने के मौके पर यह किताब प्रकाशित हो रही है। शुक्रवार को इसका विमोचन कोलकाता में जापान के कॉन्सुल जनरल कोच्चि काकागोवा करेंगे। इसमें क्रांतिकारी रासबिहारी बसु के साथ नेताजी सुभाष चंद्र बोस और आजाद हिंद फौज से जुड़े तमाम स्मरणीय हस्तियों के बारे में विस्तार से लिखा गया है वह भी प्रमाणिक तथ्यों के साथ। इसीलिए माना जा रहा है कि यह किताब इतिहास के एक महत्वपूर्ण दस्तावेज के रूप में स्थापित होगी। प्रसून रॉय ने बताया कि इसमें न केवल आजाद हिंद फौज अथवा रासबिहारी बोस जैसे अमर स्वतंत्रता सेनानियों के बारे में लिखा गया है बल्कि पूरी दुनिया के ऐसे क्रांतिकारियों का जिक्र है जो प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से भारत की आजादी के साथ किसी भी तरह से जुड़े रहे हैं।