कोलकाता । कलकत्ता कान्यकुब्ज सभा एवम् शाकुन्तल महिला कान्यकुब्ज समिति द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित यज्ञोपवीत संस्कार के शुभारम्भ में भगवान श्री परशुराम जी का पूजन किया गया । सभा के अध्यक्ष दीपक मिश्रा, सचिव कुलदीप दीक्षित, महिला समिति की संरक्षिका शकुंतला तिवारी, अध्यक्ष प्रभा बाजपेई, सचिव पूनम दीक्षित ने बताया कान्यकुब्ज सेवा ट्रस्ट के ट्रस्टी पण्डित लक्ष्मीकांत तिवारी के निर्देशानुसार पण्डित लाल जी मिश्र के सानिध्य में 11 बटुकों का उपनयन संस्कार दया शंकर मिश्र, रानी मिश्र द्वारा संपन्न किया गया । प्रमुख अतिथि डॉ. प्रेम शंकर त्रिपाठी ने बताया यज्ञोपवीत संस्कार सनातन हिन्दू धर्म में जनेऊ संस्कार है । यह संस्कार बालक के जीवन में एक महत्वपूर्ण पड़ाव होता है । इस संस्कार के दौरान बालक को यज्ञोपवीत (जनेऊ) धारण कराया जाता है और उसे नियमों का पालन करने की शिक्षा दी जाती है । अतिथियों का स्वागत संयोजक रामलाल तिवारी, सुनील अवस्थी, अशोक शुक्ल, सतीश शुक्ल एवम् कार्यकर्ताओं ने किया । समाजसेवी शंकर बक्श सिंह, वीरेंद्र त्रिवेदी, अजय तिवारी, देवेंद्र बाजपेई, उमेश बाजपेई, बिमल बाजपेई, संगम पांडे, सुनील दीक्षित, बीरेंद्र तिवारी, मुकेश शर्मा, अशोक तिवारी, राजीव मिश्र, राजेश शुक्ल, संजय बाजपेई, आनंद किशोर मिश्र, राम गोपाल दीक्षित, अमित बाजपेई, अश्विनी मिश्र, विवेक त्रिवेदी, अंकुर मिश्र, विक्रम बाजपेई, प्रेमा बाजपेई, गीता अवस्थी, रेखा बाजपेई, शीला अवस्थी, मल्लिका बाजपेई, शशि बाजपेई, नीतू दीक्षित, क्षमा दीक्षित, शकुन पांडे, उमा त्रिवेदी, दुर्गा त्रिवेदी, आरती शुक्ला एवम् कार्यकर्ता सक्रिय रहे ।