कोलकाता । श्री रामेश्वरनाथ महादेव मन्दिर में भागवताचार्य त्रिभुवन पुरी महाराज ने श्रद्धालु भक्तों को भाव विभोर करते हुए कहा हनुमान जयंती के दिन अपने मित्रों और प्रियजनों को जय श्रीराम बधाई संदेश प्रेषित करें । हनुमान जी के आराध्य देव अयोध्या के मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम थे । भागवताचार्य त्रिभुवन पुरी महाराज ने रामनवमी पर मर्यादित जीवन जीने की प्रेरणा देते हुए कहा सनातन हिन्दू धर्म की मान्यतानुसार अवतरित मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के जीवन का उद्देश्य धर्म का पालन, पुनर्स्थापना और भक्तों का संरक्षण करना था । भगवान राम को सद्गुणों, सद्गृहस्थ का प्रतीक माना जाता है । व्यास पीठ से महात्मा श्रद्धालु भक्तों को भगवान श्रीराम के सिद्धांतों और आदर्शों को अपने जीवन में अपनाने की प्रेरणा देते हैं । हनुमान जी को बजरंगबली, पवनपुत्र, अंजनीपुत्र, केसरीनंदन, मारुतीनन्दन, , महावीर, कपीश और आञ्जनेय नाम से भी पुकारा जाता है। इस दिन भक्त हनुमान जी को प्रसन्न करने के लिये हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं । समाजसेवी अरविन्द बियानी, अनिल जालान, ललित गुप्ता, उमा बजाज, धीरेन अग्रवाल, लाल बहादुर पाठक एवम् कार्यकर्ता सक्रिय हैं ।