महिला दिवस पर तृणमूल का खास फोकस, विधानसभा चुनाव से पहले महिलाओं को साधने की कोशिश

 

कोलकाता, 07 मार्च । पश्चिम बंगाल में अगले साल होने वाले महत्वपूर्ण विधानसभा चुनाव से पहले इस बार अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस के लिए खास मायने रखता है। पिछली बार की तरह इस बार भी महिला मतदाता चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकती हैं, जिसे ध्यान में रखते हुए तृणमूल कांग्रेस ने महिला दिवस पर विशेष कार्यक्रमों की योजना बनाई है।

तृणमूल की महिला शाखा ने शनिवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर राज्यभर में कई कार्यक्रम तय किए हैं। इनका मकसद महिलाओं के लिए चलाई जा रही कल्याणकारी योजनाओं, खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में लागू योजनाओं की सफलता को लोगों तक पहुंचाना है।

हर जिले में केवल महिला कार्यकर्ताओं की रैली निकाली जाएगी, जिसका नेतृत्व महिला जनप्रतिनिधि करेंगी। कोलकाता में मुख्य रैली की अगुवाई राज्य की दो प्रमुख महिला मंत्री –वित्त राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) चंद्रिमा भट्टाचार्य और महिला एवं बाल कल्याण, सामाजिक कल्याण, वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री डॉ. शशि पांजा करेंगी।

राज्य में चल रही उच्च माध्यमिक परीक्षाओं के कारण रैलियों में नारेबाजी और माइक का इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। इसकी जगह कार्यकर्ता रंग-बिरंगे पोस्टर और बैनर लेकर चलेंगी, जिनमें लक्ष्मी भंडार और कन्याश्री स्कॉलरशिप जैसी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। एक वरिष्ठ तृणमूल नेता ने बताया कि इन रैलियों का मकसद लोगों को यह याद दिलाना है कि कैसे इन योजनाओं ने महिलाओं की जिंदगी बदल दी है।

इन कार्यक्रमों के जरिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को भी धन्यवाद दिया जाएगा, जिन्होंने इन योजनाओं की शुरुआत की। पार्टी नेताओं का कहना है कि पोस्टरों में इस बात को भी दिखाया जाएगा कि किस तरह लक्ष्मी भंडार जैसी योजनाओं को दूसरे राज्यों ने भी अपनाया है।

हाल ही में पेश किए गए 2025-26 के बजट में लक्ष्मी भंडार योजना की राशि बढ़ाने का ऐलान नहीं हुआ है। हालांकि, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि चुनाव के करीब इस योजना में बढ़ोतरी का अंतरिम ऐलान किया जा सकता है।

 

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