कोलकाता । पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद हिंसा के मामले में बीरभूम जिले के तृणमूल अध्यक्ष अणुव्रत मंडल की घेराबंदी में जुटे केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के अधिकारियों ने अब राज्य के एक नौकरशाह से पूछताछ की है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के सलाहकार अभिजीत चौधरी से केंद्रीय अधिकारियों ने दुर्गापुर में बनाए गए अस्थाई कैंप में पूछताछ की है। पूछताछ के लिए हाजिर होने पहुंचे अभिजीत ने सीबीआई समन पर कटाक्ष किया और कहा कि जहां माननीय लोग आते हैं वहां मुझे भी आने का मौका मिला इसके लिए मैं धन्य हूं।
सुबह 11:00 बजे के करीब अभिजीत दुर्गापुर स्थित सीबीआई के अस्थाई कैंप में पहुंचे थे। करीब एक घंटे की पूछताछ के बाद वह बाहर निकले। पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा मैं समझ नहीं पा रहा हूं। चुनावी हिंसा में मेरी इसमें कोई भूमिका कभी नहीं रही है।
अभिजीत ने बताया कि चुनाव परिणाम वाले दिन एक बड़े नेता का फोन उनके मोबाइल पर आया था। इसी मामले में सीबीआई के अधिकारियों ने उनसे पूछताछ की है।
उन्होंने कहा, “मैंने सीबीआई को बताया है कि क्योंकि मैं डॉक्टर हूं तो मेरे पास किसी का भी फोन आ ही सकता है। डॉक्टरों के पास केवल देवता ही नहीं बल्कि डकैत और नेता भी आते हैं। चुनावी हिंसा से मेरा कोई लेना देना नहीं है।”
सीबीआई सूत्रों ने बताया है कि पिछले साल विधानसभा चुनाव परिणाम वाले दिन दो मई को अणुव्रत मंडल ने अभिजीत चौधरी को फोन किया था। इसी बारे में उनसे पूछताछ हुई है। संदेह है कि भाजपा कार्यकर्ताओं पर हमले के बाद मेडिकल रिपोर्ट में हेरफेर में अभिजीत ने मदद की थी। इसी बावत उनसे पूछताछ कर उनका बयान रिकॉर्ड किया गया है। दावा है कि उन्हें दोबारा बुलाया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि सीबीआई इस मामले में अणुव्रत मंडल के तीन करीबी विधायकों और दो वरिष्ठ नेताओं से पूछताछ कर चुकी है। खुद मंडल से भी इस बारे में लगातार तीन बार पूछताछ हुई है। अब उनके करीबियों से पूछताछ कर उनका बयान रिकॉर्ड करने के बाद एक बार फिर अणुव्रत से पूछताछ की तैयारी में केंद्रीय एजेंसी के अधिकारी जुटे हुए हैं।