चिंतन शिविर के 9 संकल्पों पर अमल नहीं हुआ तो कांग्रेस डूब जाएगी।

 

मैंने स्पोर्ट्स बिल की बात की तो यूपीए सरकार में मेरा खेल मंत्रालय ही छीन लिया गया।

राज्यसभा चुनाव से ठीक पहले राजस्थान के प्रभारी महासचिव अजय माकन के तीखे बोल।

राजस्थान में भी राज्यसभा की चार सीटों के लिए चुनाव होने हैं। नामांकन की अंतिम तिथि 31 मई है। लेकिन 28 मई तक कांग्रेस ने अपने तीनों उम्मीदवारों के नाम घोषित नहीं किए हैं। सीएम अशोक गहलोत के पास चार में से तीन उम्मीदवार जीतने के लिए 125 विधायकों का जुगाड़ है। राजस्थान के प्रभारी महासचिव अजय माकन भी राजस्थान से राज्यसभा के दावेदार हैं। लेकिन इस बीच 27 मई को कांग्रेस समर्थित एनडीटीवी न्यूज चैनल पर अजय माकन का विशेष इंटरव्यू प्रसारित हुआ है। इस इंटरव्यू में अजय माकन के तीखे बोल सुनने को मिले हैं। माकन ने कहा कि कांग्रेस को मजबूत करने के लिए 13 से 15 मई के बीच राजस्थान के उदयपुर में जो राष्ट्रीय चिंतन शिविर हुआ, वह कई मायनों में महत्वपूर्ण है। हमने 9 संकल्प इस शिविर में लिए हैं। यदि इन 9 संकल्पों पर अमल किया गया, तो कांग्रेस पार्टी तैर जाएगा, लेकिन यदि अमल नहीं हुआ तो कांग्रेस पार्टी डूब जाएगी। माकन ने दो टूक शब्दों में कहा कि संगठन को युवा बनाने की जरूरत है। अब नई नई तकनीक आ गई है, जिसके माध्यम से राजनीतिक दलों का प्रचार प्रसार हो रहा है। चिंतन शिविर में यह भी निर्णय लिया गया कि 50 वर्ष से कम उम्र वाले कार्यकर्ताओं को ही लोकसभा और विधानसभा के चुनावों में 50 प्रतिशत तक की हिस्सेदारी दी जाए। चिंतन शिविर में जो संकल्प लिए गए उन पर अमल किया जाना बेहद जरूरी है। इंटरव्यू के दौरान ही माकन ने इस बात पर अफसोस जताया कि यूपीए सरकार में जब वे खेल मंत्री थे, तब स्पोर्ट्स बिल लाना चाहते थे। लेकिन उनके इन प्रयासों को देखते हुए मात्र डेढ़ वर्ष में ही खेल मंत्रालय छीन लिया गया। माकन ने कहा कि यदि आज स्पोटर्स बिल होता तो खेलों की यह दुर्दशा नहीं होती। मुझे इस बात का भी अफसोस है कि तब स्पोर्ट्स बिल के लिए मेरी ही कांग्रेस पार्टी में मुझे समर्थन नहीं मिला। माकन ने कहा कि मैं चाहता हूं कि खेल संस्थाओं के पदाधिकारी संबंधित खेलों के खिलाड़ी ही हो। यदि पुराने खिलाड़ी पदाधिकारी होंगे तो संबंधित खेलों में अच्छे खिलाडिय़ों को अवसर मिलेगा। मौजूदा समय में जिन व्यक्तियों को खेल की एबीसीडी भी नहीं आती है वे खेल संघों के पदाधिकारी बने हुए हैं। इनमें कांग्रेस के नेता भी शामिल हैं। माकन ने केंद्र सरकार से अपील की कि देश में अच्छे खिलाडिय़ों को तराशने के लिए खेल संघों को अफसरों और नेताओं के चंगुल से बाहर निकाला जाए। अजय माकन के इस तीखे इंटरव्यू को लेकर अब राजस्थान की राजनीति खासकर कांग्रेस में माहौल गर्म है। चर्चा इस बात की हो रही है कि अजय माकन ने कांग्रेस के डूबने वाली बात तब कही है, जब चिंतन शिविर के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने पार्टी छोड़ दी है। यहां यह उल्लेखनीय है कि राजस्थान के तीनों उम्मीदवारों का निर्णय सीएम अशोक गहलोत ही करेंगे। सीएम गहलोत पहले ही अपने मंत्रियों और विधायकों के बयानों से परेशान है।

 

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