
कोलकाता । निर्वाण पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विशोकानंद भारती महाराज ने श्रीमद् देवी भागवत कथा ज्ञान यज्ञ में कहा संसार में देवीय शक्ति सर्वत्र है । दैवीय, दिव्य शक्तियां को पाया जा सकता है, अनेक सिद्ध महापुरुषों ने इन शक्तियों को पाया भी है । दैवीय सिद्धांत ईश्वरीय शक्ति और धर्म है । समाजसेवी श्याम रतन – कृष्णा, हेमन्त – रितिका, दीपक – दिव्या मूंधड़ा एवम् परिवार के सदस्यों तथा श्रद्धालु भक्तों ने व्यास पीठ का पूजन किया । बीकानेर राजगुरु स्वामी विशोकानंद भारती महाराज ने कहा चार वेद, 18 पुराण, महाभारत – गीता, रामायण एवम् धार्मिक ग्रंथों के सिद्धान्त, उपदेश का अनुसरण करने से मानव जीवन सार्थक है । कौरव तथा रावण का विनाश आसुरी प्रवृति का विनाश है, महाभारत में श्रीकृष्ण के उपदेश से पाण्डव की जीत, भगवान श्रीराम द्वारा रावण वध से प्रेरणा लेकर भक्तों को अपने विवेक से मोक्ष मार्ग के लिये देवी की आराधना करनी चाहिये । अहंकार, आसुरी प्रवृति को छोड़ना होगा । मूंधड़ा परिवार के सदस्यों ने श्रद्धालु भक्तों का स्वागत किया ।
