
सांकतोड़िया : शिव ही एक मात्र मार्गदर्शक हैं। युवा भविष्य की रीढ़ है। उन्हें शिव गुरु के आदर्शों से प्रेरित होना चाहिए, क्योंकि अध्यात्म के इतिहास में एक नया अध्याय शुरू होने जा रहा है, जो आज हर इंसान के जीवन में बेहद जरूरी है।
उक्त बातें सोमवार को शीतलपुर स्थित राजवाड़ पाड़ा शिव मंदिर में शिव चर्चा के दौरान पंडित श्यामनंदन ने कही। उन्होंने कहा कि आज लोगों का मन, समूह केन्द्रित से व्यक्ति केन्द्रित की ओर भाग रहा है, उसी का परिणाम है कि आज समाज में अनेक गुरुओं के होते हुए भी धर्म को भटका दिया गया है। हमें इसे ठीक करना होगा। यदि अभी इसमें सुधार नहीं किया गया तो भविष्य में हमें बहुत कुछ देखना पड़ेगा। इसका एक ही उपाय है कि शिव को अपना गुरु बनाया जाए, लोगों का विवेक जागृत हो, चेतना जागृत हो तो भाईचारा दिखेगा, परिवार बदलेगा । तभी देश का भला होगा। परिणामस्वरूप हर व्यक्ति को जाति और धर्म से ऊपर उठकर आगे आना चाहिए, हमारा एकमात्र लक्ष्य है हर व्यक्ति को एक छतरी के नीचे लाना है।
