
हिंदी माह के तहत निदेशक (तकनीकी) के मुख्य आतिथ्य में हुआ आयोजन
जामुड़िया। ईसीएल के कुनुस्तोड़िया क्षेत्र में हिंदी माह-2024 के अंतर्गत क्षेत्रीय महाप्रबंधक श्री सुभाष चंद्र मित्रा के नेतृत्व में वार्षिक कवि सम्मेलन ‘काव्यम्’ का भव्य आयोजन किया गया जिसमें ईसीएल के निदेशक (तकनीकी) श्री नीलाद्रि राय मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके साथ ईसीएल मुख्यालय से सीएमडी के तकनीकी सचिव श्री एम. एम. कुमार, महाप्रबंधक (सिविल) प्रभारी श्री अभय कुमार व विभागाध्यक्ष (राजभाषा व जनसंपर्क) श्री पिनाकी चट्टराज विशिष्ट अतिथियों के रूप में मौजूद रहे। ग़ौरतलब है कि आगत सभी अतिथियों का स्वागत कुनुस्तोड़िया क्षेत्रीय महाप्रबंधक श्री सुभाष चंद्र मित्रा ने किया और कहा कि हिंदी माह के दौरान क्षेत्र में आयोजित हो रहे इस कवि सम्मेलन में निदेशक (तकनीकी) सहित अन्य अतिथियों के आगमन से यह सम्मेलन सफ़ल हुआ है। इस सम्मेलन में साहित्य के विविध रसों में काव्य की प्रस्तुति की गयी जिसे श्रोताओं ने खूब सराहा। कवियों के रूप में श्री अभिरूप बसु, श्री रितेश कुमार पाण्डेय, श्रीमती रुमा तपादार, मो. शक़ील व श्री जीतन कुमार वर्मा ने अपनी कविताओं से श्रोताओं का मन जीता। उल्लेखनीय है कि निदेशक (तकनीकी) के मुख्य आतिथ्य में आयोजित यह सम्मेलन अपनी सफ़लता तक पहुँचा और सभी श्रोता कविता की बहती धारा में घंटों झूमते रहे। सम्मेलन के दौरान अपने उद्गार व्यक्त करते हुए मुख्य अतिथि निदेशक (तकनीकी) श्री नीलाद्रि राय ने कहा कि कुनुस्तोड़िया क्षेत्र के टैगोर मेमोरियल हॉल का मंच आज धन्य हो गया जहाँ इतनी मनभावन कविताओं का पाठ किया गया। उन्होंने कहा कि मंच पर आसीन सभी कवि एक से बढ़कर एक हैं और सभी ने अपनी कविताओं से हमारा दिल जीत लिया है। उन्होंने कहा कि कोयला उधोग में इस तरह का आयोजन विशिष्टता रखता है और इसके लिए मैं कुनुस्तोड़िया क्षेत्रीय प्रबंधन को साधुवाद देता हूँ। उन्होंने भविष्य में इस तरह के और भी आयोजनों के लिए सभी को शुभकामनाएं दीं और कहा कि हिंदी माह -2024 की यात्रा में यह सम्मेलन अपना विशिष्ट स्थान रखता है। उन्होंने आगे कहा कि यह सम्मेलन क्षेत्रीय प्रबंधन विशेषकर महाप्रबंधक श्री सुभाष चंद्र मित्रा तथा क्षेत्रीय कार्मिक प्रबंधक श्री राजेश त्रिवेदी की भाषा और साहित्य के प्रति प्रतिबद्धता को स्थापित करता है। इस सम्मेलन में काव्य-मंच का संचालन श्री जीतन कुमार वर्मा ने किया। वहीं, महाप्रबंधक (सिविल) श्री अभय कुमार ने भी अपनी प्रस्तुति रखते हुए कहा कि आज का सम्मेलन सुनकर कह सकते हैं कि ईसीएल सिर्फ़ कोयले का ही नहीं, बल्कि कवियों का भी उत्पादन करता है। श्रोताओं में क्षेत्र के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ-साथ क्षेत्रीय संयुक्त सलाहकार समिति, क्षेत्रीय कल्याण मंडल, क्षेत्रीय संरक्षा समिति, इन्मोसा व सिस्टा के माननीय सदस्यों की उपस्थिति रही। सभी ने मिलकर काव्य-रस का भरपूर आनंद उठाया।
