
दुर्गापुर। डीवीसी द्वारा पानी छोड़े जाने को लेकर राज्य सरकार और डीवीसी के बीच टकराव की स्थित बनी हुई है। इसी बीच, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सोमवार को दुर्गापुर पहुंची और उसके बाद दुर्गापुर बैराज का दौरा किया। पूर्व बर्दवान में प्रशासनिक बैठक के बाद उन्होंने दुर्गापुर बैराज पहुंचकर जलस्तर की स्थिति का जायजा लिया। इसके बाद मुख्यमंत्री बांकुड़ा जिले के बरजोड़ा स्थित एक यूथ हॉस्टल पहुंचीं, जहां बाढ़ प्रभावित लोग शरण लिए हुए हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राहत शिविर में रह रहे लोगों के बीच राहत सामग्री का वितरण किया। इस दौरान उनके साथ राज्य के मंत्री मलय घटक,मंत्री प्रदीप मजूमदार,बांकुड़ा के सांसद अरूप चक्रवर्ती,पश्चिम बर्दवान जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष सह पांडवेश्वर विधायक नरेंद्र नाथ चक्रवर्ती सहित कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे। राहत शिविर का दौरा करने के बाद ममता बनर्जी ने मीडिया से बात की और डीवीसी पर पानी छोड़े जाने को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा दुर्गापुर बैराज का निरीक्षण करते समय मैंने देखा कि डीवीसी द्वारा छोड़े गए पानी का प्रवाह अब भी काफी तेज है। यह समझ नहीं आता कि आखिर कितने लोगों को बाढ़ के पानी में डुबाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तक हालात सामान्य नहीं हो जाते, तब तक राहत शिविरों में रह रहे लोगों को हरसंभव सरकारी सहायता प्रदान की जाएगी। उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों को तेज करने और लोगों की सभी जरूरतों का ख्याल रखने के निर्देश दिए। उधर, निम्न दबाव का क्षेत्र बनने से सोमवार शाम से लगातार बारिश हो रही है। मुख्यमंत्री ने बारिश के बीच ही दुर्गापुर बैराज का निरीक्षण किया और राहत शिविर में पहुंचकर लोगों से मुलाकात की। ममता बनर्जी ने कहा कि यदि डीवीसी द्वारा फिर से पानी छोड़ा जाता है, तो जिन इलाकों से पानी धीरे-धीरे कम हो रहा है, वहां बाढ़ की स्थिति फिर से गंभीर हो सकती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार इस स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और बाढ़ प्रभावितों को किसी भी प्रकार की असुविधा नहीं होने दी जाएगी।
