कोलकाता । भागवताचार्य स्वामी त्रिभुवन पुरी महाराज ने अवनी ऑक्सफोर्ड, जेसोर रोड में श्रीमद्भागवत कथा में श्रोताओं को भाव विभोर करते हुए श्रीकृष्ण एवम सुदामा की मित्रता के प्रसंग में कहा अपने मित्र का सद्भावना से साथ निभाना मित्रता का सच्चा धर्म है । स्वामी त्रिभुवनपुरी महाराज ने कहा समाज में कृष्ण-सुदामा जैसी मित्रता हो जाए तो अमीर – गरीब का भेद दूर हो जायेगा । भगवान कृष्ण के मित्र सुदामा एक गरीब ब्राह्मण परिवार से थे । भगवान अपने भक्त में अमीर – गरीब, उच्च – नीच का भाव नहीं देखते । कृष्णे स्वधामोपगते धर्मज्ञानादिभि: सह । भगवान् श्रीकृष्ण के अपने परमधाम चले जाने के बाद उनका आदर्श जीवन अज्ञान रूपी अन्धकार को दूर कर श्रद्धालु भक्तों के जीवन में ज्ञान से प्रकाश करता है । पूर्णाहुति, हवन, जय श्रीकृष्ण उद्घोष के साथ भक्तिमय वातावरण में श्रीमद्भागवत कथा में समाजसेवी अशोक खेमका, अनिता खेमका, अनिल जालान, रीता जालान, अंजू, मंजू, रानी, सुनीता एवम अवनी ऑक्सफोर्ड के श्रद्धालु भक्तों ने व्यास पीठ का पूजन किया ।