कोलकाता 24 अगस्त : “सखी बहिनपा मैथिलानी समूह” की कोलकाता इकाई ने बड़ाबजार लाइब्रेरी के सभागार में अपना स्थापना दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया। कोलकाता में कल दोपहर जोरदार बारिश और जलजमाव के बीच भी मिथिला की नारियों का उत्साह कम नहीं था। पारंपरिक भगवती गीत ” जय जय भैरवि असुर भयाउनि” के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। मां जानकी और कवि कोकिल विद्यापति की प्रतिमा पर माल्यार्पण के साथ इस दिन को नारी सशक्तिकरण दिवस के रूप में मनाने की घोषणा हुई। हाल ही में कोलकाता में हुई एक हृदय विदारक घटना और उसमें एक युवा महिला डॉक्टर की मृत्यु पर सभी ने दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित किया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में वैभव ने मैथिली कविता ” बरियाति क भोज” सुनाकर सबका मन बहलाया तो वहीं भूमि कुमारी ने एक मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया। नारी सशक्तीकरण पर भारती मिश्रा, रंजना झा, नीलम झा और नीलम मिश्रा ने कविता पाठ किया । महिलाओं के बीच पूजा की थाली सजाने की प्रतियोगिता हुई जिसमे सबों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया । कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा कुमार अपूर्व चौधरी का मैथिली रैप जिसमें ” दो दूनी चार पर” सभी महिलाएँ झूम उठीं। कार्यक्रम में अपराह्न भोजन की भी व्यवस्था थी। कार्यक्रम में विजय लक्ष्मी और पूनम दास ने मैथिली लोकगीत प्रस्तुत किया जिसे सभी ने बहुत सराहा । कार्यक्रम के संयोजन में हिमाद्रि मिश्रा, सुनीता झा , नीलम झा , पूनम दास, भारती मिश्रा, सबकी अहम भूमिका रही। ज्ञातव्य हो कि यह संस्था अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर मिथिला की संस्कृति , भाषा और परंपरा को संरक्षित करने का काम कर रही है । इस संस्था में करीब 70000 महिलाए जुड़ीं हैं। इसकी संस्थापिका और अध्यक्ष आरती झा जी ने कार्यक्रम की सफलता पर सभी को बधाई दी।