कोलकाता, 24 अगस्त । कोलकाता ट्रैफिक पुलिस ने रात के समय शहर की सुरक्षा और मजबूत करने के लिए एक नई निर्देशिका (एसओपी) जारी की है। इसमें पुराने 11 निर्देशों को दोहराया गया है, जिनमें रात के समय वाहन चेकिंग, महिलाओं की सुरक्षा और संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखने पर जोर दिया गया है।
ट्रैफिक पुलिस की ओर से जारी किए गए निर्देश में, रात में ड्यूटी पर तैनात अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वे अपनी पोस्ट पर मौजूद रहें और सतर्कता के साथ निगरानी करें। उनके शरीर पर लगाए गए कैमरे को हर समय चालू रखने और सभी घटनाओं को रिकॉर्ड करने का आदेश दिया गया है।
इस निर्देश में यह भी कहा गया है कि कोई भी संदिग्ध घटना दिखते ही अधिकारी लालबाजार कंट्रोल रूम को सूचना देंगे और आवश्यकता पड़ने पर संबंधित विभाग के डिप्टी कमिश्नर को भी सूचित करेंगे। ट्रैफिक नियमों के उल्लंघन, तेज गति से गाड़ी चलाने, बिना हेलमेट के वाहन चलाने, या नशे की हालत में गाड़ी चलाने वालों पर विशेष नजर रखने का निर्देश दिया गया है।
आरजी कर अस्पताल में नौ अगस्त की सुबह एक महिला डॉक्टर के साथ हुई बलात्कार और हत्या की घटना के बाद शहर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस की आलोचना हुई थी। इस घटना के बाद पुलिस ने रात की सुरक्षा को और कड़ा करने के लिए यह निर्देशिका जारी की है।
यह भी निर्देश दिया गया है कि रात के समय सड़क पर चल रहे किसी भी तरह के निर्माण कार्य पर अधिकारियों को नजर रखनी होगी और किसी भी समस्या की सूचना तुरंत उच्च अधिकारियों को देनी होगी। साथ ही, सभी अधिकारियों को अपने साथ आवश्यक हथियार रखने का निर्देश भी दिया गया है।
रात के दौरान सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाले अधिकारियों का नाम और उनके कार्यों का रिकॉर्ड प्रतिदिन लालबाजार के मुख्य कंट्रोल रूम में भेजा जाएगा। एसपी या इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारियों को रात की ड्यूटी में लगे अधिकारियों पर नजर रखने और सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया है कि वे अपना काम सही से कर रहे हैं या नहीं।
इस निर्देशिका को दोबारा जारी करने के पीछे पुलिस का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि शहर में रात के समय सुरक्षा और निगरानी को और अधिक मजबूत बनाया जाए ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।