कोलकाता । भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी को तृणमूल नेता कुणाल घोष की कथित मानहानि के मामले में न्यायालय में पेश होने को कहा गया है। 2021 के अप्रैल-मई महीने में संपन्न हुए विधानसभा चुनाव से पहले शुभेंदु अधिकारी के भाजपा में आने के बाद से ही कुणाल घोष और अधिकारी के बीच जुबानी जंग चल रही थी। आरोप है कि शुभेंदु ने कुणाल घोष को अपने पिता का परित्यक्त पुत्र कह कर कथित तौर पर संबोधित किया था। इसके खिलाफ कुणाल ने मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में मानहानि का मुकदमा किया था। सोमवार को 19 नंबर कोर्ट में सुनवाई हुई जहां कुणाल घोष पहुंचे थे। जज ने उनके पक्ष को सुना। कुणाल ने न्यायाधीश से कहा कि सार्वजनिक तौर पर शुभेंदु ने मुझे अपने पिता का परित्यक्त पुत्र कहा जो न केवल मेरा बल्कि मेरे मां-बाप का अपमान है। इससे मेरी भावनाएं भी आहत हुई हैं। कुणाल का पक्ष सुनने के बाद कोर्ट ने मामले की अगली सुनवाई के लिए 20 मई की तारीख मुकर्रर की और कहा कि उस दिन शुभेंदु अधिकारी को सशरीर कोर्ट में हाजिर होना होगा।
उल्लेखनीय है कि 2020 के दिसंबर महीने में तृणमूल कांग्रेस के साथ अपनी लंबी राजनीतिक पारी को खत्म करते हुए शुभेंदु अधिकारी ने भाजपा की सदस्यता ले ली थी। इसके बाद से कुणाल घोष के साथ उनका जुबानी जंग शुरू हो गया था। यह भी आरोप लगे थे कि कुणाल कांथी स्थित शुभेंदु के आवासीय क्षेत्र में जाकर उनके परिवार पर सीधे हमला बोले थे जिसके बाद शुभेंदु ने उन्हें कथित तौर पर अपने पिता का परित्यक्त पुत्र बताया था