छिटपुट घटनाओं के बीच संपन्न हुआ आसनसोल लोकसभा एवं बालीगंज विधानसभा उपचुनाव 

 

आसनसोल। पश्चिम बंगाल के आसनसोल लोकसभा एवं बालीगंज विधानसभा उपचुनाव 12 अप्रैल मंगलवार की सुबह 7 बजे से मतदान प्रक्रिया शुरू हो गई जो शाम 6:30 बजे तक मतदान प्रक्रिया जारी रहा। आसनसोल लोकसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 17लाख 36हजार के करीब है वही बालीगंज विधानसभा क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 2लाख 50हजार के करीब है। चुनाव आयोग के द्वारा चुनाव के लिए कड़े इंतजाम किया गया थे। लगभग सभी बूथों पर मतदाताओ की लम्बी कतारे लगी हुई थी। भाजपा प्रत्याशी अग्निमित्रा पॉल ने आसनसोल लोकसभा उपचुनाव के दौरान आसनसोल में अपना पहला मतदान किया। अग्निमित्रा पॉल कहा कि आसनसोल लोकसभा अन्तर्गत विभिन्न बूथों पर भाजपा के बूथ ऐजेंट को बूथ पर बैठने नही दिया गया। पॉल ने आरोप लगाया कि तृणमूल के गुंडों ने मेरे सुरक्षा कर्मियों पर हमला कर उन्हे जख्मी किया गाया और मेरे चार पहिया वाहन पर ईट पत्थर व लाठी से हमला कर तोड़ फोड़ किया गया और स्थानीय पुलिस मूखदर्शक बनी रही उन्होंने कहा कि तृणमूल के द्वारा विभिन्न जगहों पर वोटरों को प्रभावित करने का प्रयास किया जा रहा है तृणमूल के गुंडे बूथ पर छपा वोट डलवाना चाहते है इस लिए बूथ पर मीडिया को भी जाने से रोका जा रहा है।
पश्चिम बंगाल के लोक निर्माण व कानून मंत्री मलय घटक ने केंद्रीय सुरक्षा बलों पर आरोप लगाते हुऐ कहा कि सभी बूथों पर तैनात केंद्रीय सुरक्षा बल के जवानों ने विभिन्न जगहों पर वोटरों को भ्रमित कर भाजपा को वोट करने के लिए बोल रहे है उन्होंने कहा कि टीएमसी के विधायक को 7 दिनों के लिए चुनाव की प्रक्रिया से हटा दिया गया था जबकि भाजपा प्रत्याशी अग्निमित्रा पॉल के द्वारा दिए गए विवादित बयान “मार के बदले मार” बयान दिया था लेकिन उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई वही भाजपा द्वारा अवैध तरीके से लोकसभा केंद्र के कई इलाकों में होर्डिंग लगाए गए थे उनको नहीं खोला गया लेकिन टीएमसी के होर्डिंग को खोल दिया गया उन्होंने आरोप लगाया की भाजपा प्रत्याशी अपने सुरक्षा गाड़ को लेकर बूथ के अंदर जा रही हैलेकिन उनको रोका नहीं जा रहा है ।
शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि हो सकता है कि अपनी निश्चित हार जानकर भाजपा प्रत्याशी बौखलाहट में ऐसी प्रतिक्रिया दे रही है। उन्होंने कहा कि आसनसोल आने के बाद से ही उनको आसनसोल वासियों का खूब प्यार जिस तरह से मिला है। उससे वह निश्चित है कि इस बार यहां एक नया इतिहास रचा जाएगा। हालांकि उन्होंने उनको विपक्षी प्रत्याशियों द्वारा गद्दार कहे जाने पर दुख जताते हुए कहा कि इतने लंबे सार्वजनिक जीवन में उन पर कभी भी किसी प्रकार का आरोप नहीं लगा। लेकिन जिस तरह से इस चुनाव के दौरान विरोधी पक्ष के प्रत्याशियों और नेताओं द्वारा उनको गद्दार कहा गया इससे वह आहत हैं। उन्होंने कहा कि जनता इसका जवाब देगी और 16 तारीख को यहां लाखों वोटों से टीएमसी की जीत तय करेगी।
चुनाव आयोग के कड़े इंतजाम एवं केंद्रीय सुरक्षा बल की तैनाती होने के बाद भी छिटपुट घटनाओं के बीच चुनाव संपन्न हुआ।

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