टीम इंडिया ने आखिरकार इतिहास रच दिया। 2013 में चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाली टीम इंडिया ने आईसीसी ट्रॉफी का सूखा 11 साल बाद खत्म कर दिया। पिछले 12 महीनों में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल, वनडे विश्व कप 2023 फाइनल गंवाने वाली टीम इंडिया रोहित की कप्तानी में टी20 विश्व कप फाइनल में चोक नहीं हुई।
दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बारबाडोस के मैदान पर टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका को 7 रन से हरा दिया। दक्षिण अफ्रीका भी 28 साल में पहली बार किसी आईसीसी फाइनल में पहुंची थी। फाइनल में पहुंचने तक भारत और दक्षिण अफ्रीकी की टीमें अविजित थीं। लेकिन फाइनल मुकाबले में टीम इंडिया ने बताया कि विश्व कप में सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट कौन-सा देश खेलता है। बहरहाल, टीम इंडिया ने पहले खेलते हुए विराट कोहली के 76, अक्षर पटेल के 47 तो शिवम दुबे के 27 रन की बदौलत 176 रन बनाए थे। जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 000 रन ही बना पाई। टीम इंडिया की जीत में बुमराह और अर्शदीप का फेंका गया 18वां और 19वां बड़ा कारक रहा। दोनों ने इन महत्वपूर्ण ओवरों में केवल 6 रन ही दिए थे।
भारत : 176/7 (20)
महाराज ने पहली ओवर में लिए 2 विकेट : टीम इंडिया की ओर से ओपनिंग पर रोहित शर्मा के साथ विराट कोहली आए। विराट इस दौरान लय में दिखे। उन्होंने मार्क येन्सन की पहली ही ओवर में तीन चौके जड़ दिए। यह देखकर अफ्रीकी कप्तान ऐडन ने केशव महाराज को गेंद थमा दी। रोहित शर्मा ने दो चौकों के साथ उनका स्वागत किया लेकिन चौथी गेंद पर क्लासेन के हाथों लपके गए। महाराज यही नहीं थमे। उन्होंने ओवर के आखिरी गेंद पर ऋषभ पंत को भी 0 पर डीकॉक के हाथों कैच आऊट करा दिया।
रबाडा ने सूर्यकुमार का विकेट निकाला : पंत के आऊट होने के बाद सूर्यकुमार क्रीज पर आए। सूर्यकुमार दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इससे पहले छह मैचों में 4 अर्धशतक और एक शतक का रिकॉर्ड लिए हुए हैं। लेकिन आज फाइनल में वह 3 ही रन बनाकर आऊट हो गए। उन्हें कागिसा रबाडा ने क्लासेन के हाथों कैच आऊट कराया। तब टीम इंडिया का स्कोर 34/3 ही था। टीम पावरप्ले में ही 3 विकेट गंवा चुकी थी तो ऐसे में विराट कोहली के साथ अक्षर पटेल ने पारी को संभाला।
अक्षर 47 रन बनाकर रन आऊट : 10 ओवर में टीम इंडिया का स्कोर 75-3 हो गया था। कोहली की स्ट्राइकरेट 125 के आसपास थी। उनसे फैंस बड़ी पारी की उम्मीद लगाए बैठे थे। बहरहाल, दोनों ने सिंगल डबल लेकर स्कोर आगे बढ़ाया लेकिन इस बीच रन रेट नीचे आ गई। 13वें ओवर तक विराट की स्ट्राइक रेट 113 थी जबकि अक्षर की 137। अक्षर 13वें ओवर की आखिरी गेंद पर रन आऊट हुए। उन्होंने 31 गेंदों पर 47 रन बनाए।
कोहली की 48 गेंदों पर आई फिफ्टी : विराट ने भले ही पहले ओवर में 3 चौके लगाकर शुरूआत की लेकिन अन्य शोर से विकेट गिर जाने के कारण वह धीमे हो गए। उन्होंने 48 गेंदों पर अपनी फिफ्टी पूरी की। वह सिंगल-डबल लेने में ही मशगूल दिखे। विराट की यह टूर्नामेंट में पहली फिफ्टी है। हालांकि दूसरे शोर से पहले अक्षर और बाद में शिवम दुबे ने तेजी से रन बनाए।
कोहली ने स्टेडियम के बाहर मारी गेंद : फिफ्टी पूरी होते ही विराट ने आक्रमक रुख अपना लिया। उन्होंने 18वें ओवर की पहली गेंद पर रबाडा को सिक्स तो तीसरी गेंद पर चौका लगाया। वह रुके नहीं। 19वें ओवर में उन्होंने मार्को येन्सन को चौका और छक्का लगाया लेकिन इसी ओवर में गेंद उड़ाने के चक्कर में वह कैच आऊट हो गए। विराट ने 59 गेंदों पर 6 चौके और 2 छक्कों की मदद से 76 रन बनाए।
दुबे-हार्दिक ने 176 रन तक पहुंचाया : विराट के आऊट होने के बाद क्रीज पर आए हार्दिक पांड्या ने पहली ही गेंद पर चौका लगाया। इसके बाद 20वें ओवर में गेंद एनरिक के हाथ में थी। दुबे ने तीसरी गेंद पर चौथा लगाया लेकिन चौथी गेंद पर मिलर को कैच दे बैठे। दुबे ने 16 गेंदों पर 27 रन बनाए। आखिर गेंद पर रविंद्र जडेजा भी 2 रन बनाकर महाराज को कैच थमा बैठे।