महिला शक्ति के बिना समाज का विकास अधूराः शंशि पांजा


नतून बाजार में भगवान जगन्नाथ का महास्नान व कलशयात्रा धूमधाम से संपन्न

कोलकाता : समाज के विकास में आज महिलाएं बढ़ चढ़ कर हिस्सा ले रही हैं। हर क्षेत्र में महिला समाज को आईना दिखा रही है। महिला शक्ति के बिना समाज का विकास भी अधूरा है। उक्त बारे नारी सुरक्षा,उद्योग मंत्री डा.शशि पांजा ने नतून बाजार में भगवान जगन्नाथ के महास्नान व कलश यात्रा के दौरान उक्त बातें कही। महिला मंत्री को अपने बीच पाकर कलश यात्रा में भाग लेने वाली महिलाएं भी काफी प्रसन्न विगत वर्ष के भांति इस वर्ष भी नतून बाजार स्थित श्रीजगन्नाथ स्वामी मंदिर मे श्री जगन्नाथ स्वामी नूतन बाजार मंदिर ट्रस्ट के तत्वावधान में पूर्णिमा के पावान अवसर पर भगवान जगन्नाथ के महास्नान का भव्य आयोजन किया गया। इस दौरान भगवान श्री जगन्नाथ जी, भाई बलभद्र और बहन शुभद्रा तीनों का विधिवत जलाभिषेक किया गया। उक्त अवसर पर क्षेत्र के महिलाओं ने कलश यात्रा द्वारा गंगा नदी से सिर पर कलश लेकर वे मंदिर पहुंची और भगवान का जलाभिषेक किया। इस मौके पर मंदिर मे नारी शिशु कल्याण व उद्योग मंत्री डाक्टर शशि पांजा ,पार्षद राजेश सिन्हा, पंडित लक्ष्मी कान्त तिवारी, जगमोहन बागला, राधे श्याम अग्रवाल, सुरेन्दर अग्रवाल, अभिदुय दुगड़, अमित गुप्ता, महावीर बजाज,जे.पी.सिंह एवं अन्य अतिथीगण ने प्रभु को स्नान कराया।

इस महास्न्नान यात्रा में क्षेत्र घर काफी लोगों ने भी बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। श्री जगन्नाथ स्वामी नतून बाजार मंदिर ट्रस्ट के संस्थापक मनोज सिंह पराशर ने कहा कि हर वर्ष यहां पूजा भव्य रुप से आयोजित की जाती है। इस वर्ष भी महास्न्नान के साथ भव्य पूजा की शुरूआत हो चुकी है। जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि मान्यता है कि महास्नान के बाद भगवान अस्वस्थ हो जाते हैं। इस कारण वे एकांतवास में रहते हैं। गर्म कपड़ों में उन्हें सिंहासन से उतार कर बिस्तर मे लेटा दिया जाता है। इसके साथ ही उन्हें मधू, मिश्री,तुलसी पत्ता आदि से निर्मित औषधि दी जाती है। इसके बाद भगवान स्वस्थ्य होते हैं। इस क्रम में यही क्रिया कलाप यहां चल रहा है। आगामी 7 जुलाई को स्वस्थ्य होने के बाद वे रथ पर सवार हो कर घूमने निकलेंगे। इस दौरान वे अपनी मासी के घर जायेंगे। जहां रहने के बाद पूनः 15 जुलाई को उल्टा रथ के माध्यम से वह अपने घर लौटेंगे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में तपन राय, तारक डे, संजय सोनकर, देवेद्र गुप्ता, विश्वनाथ फलदार, सचिन सोनकर, बापी प्रकाश हलदार, लक्ष्मण सोनकर, अशोक भट्टाचार्य, स्नेह कुमार, सुरेश केसरी समेत अन्य ने सक्रिय भूमिका निभाई।

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