आसनसोल :आसनसोल शहर की जीवन रेखा के रूप में बहने वाली दामोदर नदी से अनियंत्रित बालू उत्खन्न से उत्पन्न हो रहे पारिस्थितिकी को लेकर आसनसोल के पूर्व मेयर सह भाजपा प्रदेश कमेटी सदस्य जितेंद्र तिवारी ने पश्चिम बर्दवान जिला शासक को खुला पत्र देकर कुछ अहम जानकारी अपने एक्स हैडल सोशल मीडिया पर शेयर किया है।बालू उत्खन्न को लेकर कई सवाल उठाते हुए उन्होंने पत्र मे लिखा है कि आपकी जानकारी के लिए बता दें कि आसनसोल शहर की जीवन रेखा के रूप में बहने वाली दामोदर नदी से अनियंत्रित बालू उत्खनन ने पारिस्थितिकी तंत्र, पर्यावरण, भूगोल और पेयजल के मुख्य स्रोत को विनाश के कगार पर पहुंचा दिया है। आश्चर्य की बात यह है कि इस अनैतिक कार्य (नदी के तल से बालू निकालना और उसे चौहद्दी के भीतर जमा करना) न केवल प्रशासन के नियंत्रण में है,बल्कि आसनसोल नगर निगम के अधिकार क्षेत्र के तहत पंप हाउसों की चौहद्दी के भीतर भी है।भुताबुडी, डामरा, डिसरगढ़, कालाझरिया पंप हाउस महीनों से चल रहा है और आश्चर्य की बात है कि आसनसोल नगर निगम के अधिकारी लंबे समय से इस मामले पर चुप हैं। उन्होंने आसनसोल नगर निगम के ऐसा व्यवहार को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण, गैरजिम्मेदाराना और अनैतिक बताया। नदी तलों से बालू के अनियोजित और अनैतिक अंधाधुंध उत्खनन का कुछ मुद्दों पर दूरगामी प्रभाव पड़ता है, जिसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। जितेंद्र तिवारी ने इन जानकारियों को पत्र के माध्यम से जिलाशासक तक पहुंचाया। वही उन्होंने अपने पत्र के अंत में इसपर जल्द कार्रवाई के लिए भी कहा है।
अब देखना है कि अनियंत्रित बालू उत्खनन को लेकर जिलाशासक स्तर से क्या कार्रवाई होती है।
