
श्री धाम, मायापुर, 23 अप्रैल (सीताराम अग्रवाल) इस्कान के मुख्यालय श्री धाम, मायापुर में आज जलपाईगुडी, पुरूलिया (प.बंगाल ), आन्ध्र प्रदेश, झारखंड, त्रिपुरा सहित विभिन्न राज्यों के जनजाति आदिवासियों ने अद्भुत रूप से भजन- कीर्तन किया। इन आदिवासी समूहों ने अपनी परम्परागत पोशाकों में मंच पर आकर अलग- अलग सुर-ताल में भक्तिभाव का ऐसा समां बांध दिया कि उपस्थित जन समुदाय झूम उठा।
3 दिवसीय जनजाति सम्मेलन का आज प्रथम दिवस था। इसमें प.बंगाल के अलावा 9 राज्यों के करीब 3 हजार आदिवासी भाग ले रहे हैं । समारोह के दौरान रोजाना ये आदिवासी भजन व सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से अपनी संस्कृति, शिक्षा, जीवन यापन के तौर तरीकों को प्रस्तुति करेंगे। श्री चैतन्य महाप्रभु का साधारण जन के प्रति जो करूणा भाव था, उसे ये अपनी कला के माध्यम से सबको बतायेंगे। बंगाल के अलावा इस सम्मेलन में गुजरात, महाराष्ट्र, झारखंड, मणिपुर, आन्ध्र प्रदेश, उड़ीसा, त्रिपुरा,नागालैण्ड व मिजोरम के आदिवासी भाग ले रहे हैं । इस्कान के जन सम्पर्क अधिकारी रसिक गौरांग दास ने बताया कि सामाजिक रूप से अत्यंत पिछड़ा आदिवासियों के उत्थान तथा उन्हें समाज की मूल धारा से जोड़ने के लिए हम पूरे वर्ष कार्य करते हैं। इसी कड़ी में यह आठवां वार्षिक जनजाति सम्मेलन हो रहा है।

