जामुड़िया। जामुड़िया थाना अंतर्गत श्रीपुर पुलिस फाड़ी इलाके के शिवडागा स्थित स्थानीय लोगों ने शिवडागा मोड़ से जर्जर सड़क निर्माण करने की मांग लेकर शिवडागा मोड़ से शिवडागा एसएसआई कोलियरी होते हुए निघा बाजार को जानें वाले मुख्य सड़क को बंद कर विरोध प्रदर्शन किया है। जिसके कारण इस रास्ते से होकर इसीएल वाहनों सहित अन्य वाहनों का भी आवाजाही सम्पूर्ण रूप से बंद था। इलाके के लोगों की मांग है कि शिवडागा मोड से नींघा जाने वाला रास्ता पूरा तरह से जर्जर हो चुका है जहां-तहा गड्ढे हो चुके हैं। इन गड्ढे में बिखरे पड़े पत्थर, जब बड़े-बड़े वाहन इधर से जाते हैं कोयला लेकर एवं अन्य सामग्रीह तो उन वाहनों से पत्थर और गीटी टकराकर हम लोगों के घरों में चली जाती है ओर हम लोगों को उससे कई तरह के चोट लग जाती है। इसके विरोध में हम लोग आज इस रास्ते को बंद कर विरोध कर रहे हैं। अगर जल्द से जल्द इस रास्ते का निर्माण नहीं हुआ तो और भी ज्यादा बड़ा आंदोलन करेंगे। इस दौरान स्थानीय लोगों ने बताया कि इस रास्ते की हालत पिछले 10 वर्षों से इसी तरह से खराब बनी हुई है। लेकिन इसको लेकर कोलियरी के एजेंट मैनेजर सहित किसी भी बड़े अधिकारी को इसकी कोई फिक्र नहीं है। उन्होंने कहा कि यहां के स्थानीय तृणमूल कांग्रेस नेताओं को भी पता है कि इस रास्ते की हालत कितनी ज्यादा खराब है जिससे कोड़ा पाड़ा, माझी पाड़ा और बावरी पाड़ा के लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। यहां पर पास ही में कारखाने हैं जिन कारखाने से बेहद भारी वाहन निकलकर इसी रास्ते से होकर जाते हैं। उन गाड़ियों के चक्कों के नीचे आकर बड़े-बड़े गिट्टियां छिटक कर लोगों को घायल करती हैं, लेकिन किसी को कोई परवाह नहीं है। यही वजह है कि आज लोग आंदोलन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इसी रास्ते से कोलियरी के बड़े-बड़े अधिकारी भी यातायात करते हैं, लेकिन उनको यहां के लोगों की परेशानियों से कोई लेना-देना नहीं है। रास्ते की जर्जर हालत की वजह से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। अक्सर लोग चोटिल हो जाते हैं। बच्चों को लेकर रास्ते पर निकलना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने बताया कि पहले यहां पर पानी आता था लेकिन स्थानीय महिलाओं द्वारा विरोध करने के बाद वह समस्या दूर हुई, लेकिन कई बार विरोध करने के बाद भी यहां सड़क की समस्या दूर नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि रास्ते की खस्ता हालत के कारण लोगों को जो परेशानी हो रही है इसका जिम्मेदार कौन है? उन्होंने साफ कहा कि अगर ऐसे ही चलता रहा और लोगों की परेशानी दूर नहीं हुई तो हो सकता है कि यहां के लोग आने वाले लोकसभा चुनाव का बहिष्कार भी करें।
