घर पहुंचने से पहले फंटूश और उनके परिजन ने बासुकीनाथ धाम में किया पूजा अर्चना
बांका बिहार (संवाददाता): यूक्रेन में रहकर माडूआवरण गांव निवासी ज्ञान यादव के सबसे छोटे पुत्र वहां मेडिकल पढ़ाई करने वाले फंटूश उर्फ राजीव पढ़ाई कर रहे थे। इस बीच बीते हफ्ता से रूस द्वारा यूक्रेन पर हमले के बाद वहां संकट की स्थिति उत्पन्न हो गई थी जिस से बचाव के लिए राजीव रोमानिया के रास्ते हवाई यात्रा द्वारा भारतीय एंबेसी के सहयोग से मंगलवार को स्वदेश वापस लौट आए है। बुधवार को अपने गांव वापस लौटने पर फंटूश के गांव वालों एवं परिजनों ने ईश्वर एवं भारत सरकार को शुक्रिया अदा करते हुए फंटूश का शानदार स्वागत किया। फंटूश के पिता ज्ञान यादव ने बताया कि एक बड़े संकट से घर वापसी के बाद फंटूश के परिवार और फंटूश काफी खुश है उनके घर और समाज में भी खुशी का माहौल है। बुधवार को घर वापसी से पहले फंटूश ने अपने परिजनों के साथ बासुकीनाथ धाम पहुंचकर वहां पूजा-अर्चना की। और भगवान का शुक्रिया अदा कहा। इसके बाद उनके घर पर परिवार एवं समाज के लोगों ने फूल मालाओं एवं आरती उतारकर फंटूश को गले लगा कर उसका स्वागत किया।
रोमानिया से भारत नई दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने में उन सभी को करीब 5 से 7 घंटे का वक्त लगा। घर पहुंचने पर फंटूश ने बताया कि वह खुशनसीब है कि वह भारत के निवासी हैं इस बात का गर्व उन्हें तब हुआ जब वह यूक्रेन से रोमानिया पहुंचकर अपने हवाई यात्रा के लिए अपनी बारी का इंतजार कर रहे थे। इंतजार के दौरान इस बीच रोमानिया विश्राम के दौरान वहां के लोगों ने भारत एंबेसी के साथ-साथ उनका भरपूर सहयोग किया। एक घर परिवार की तरह उनका ख्याल रखा गया। उन लोगों ने कहा कि उन्हें भारत और भारतीयों से काफी स्नेह और लगाव है। उनके देश में भारत को बहुत सम्मान की नजर से देखा जाता है। भारतीय एंबेसी ने भी उनके घर वापसी पर काफी सहयोग किया। जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। रोमानिया छोड़ने से पहले जो लोग उनके और उनके भारतीय साथियों का सहयोग कर रहे थे वह लोग काफी भावुक हो गए। यूक्रेन से रोमानिया फिर भारत तक भारतीय तिरंगे के साथ ने उन्हें गर्व का अहसास कराया यहां तक कि भारतीय तिरंगा को देखकर रोमानिया का हर नागरिक सहयोग के लिए आगे आया आज उन्हें इस बात का काफी हर्ष है कि उनका देश पूरे विश्व में सम्मान का पात्र है।