रानीगंज। सिखों के सातवें गुरु श्री गुरु हरि राय साहिब जी का 349 वा पावन प्रकाश उत्सव बहुला गुरुद्वारा में गुरुवार को मनाया गया। टाटानगर से कीर्तनी जत्था जसपाल सिंह छाबड़ा के द्वारा श्री गुरु हरि राय साहब जी के ऊपर कीर्तन प्रस्तुत किया गया। भाव विभोर होकर संगतो ने गुरु की वाणी कीर्तन के माध्यम से सुनकर निहाल हुए। रागी जत्था जसपाल सिंह ने कहा कि हम सभी को गुरु वाला बनना है इसके लिए सभी को अमृत पान करना जरूरी है सिख रहत मर्यादा के अनुसार अपना जीवन व्यतीत करें एवं लोगों की सेवा में एवं सिमरन में अपना ध्यान लगाए ताकि हमारा जीवन धन्य हो जाए। इस अवसर पर गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार स्वर्ण सिंह ने कहा कि गुरु हरि राय साहब जी आध्यात्मिक व राष्ट्रवादी महापुरुष होने के साथ-साथ एक कुशल योद्धा थे सिखों के सैन्य भावना को प्रोत्साहित किया करते थे । प्राकृतिक चिकित्सा के प्रयोग को बढ़ावा दिए। इस अवसर पर दीवान का संचालन करते हुए प्रबंधकीय कमेटी के प्रमुख सरदार हरजीत सिंह वाधवा ने विभिन्न गुरुद्वारों से आए पदाधिकारी को सिरोपा प्रदान किया। आसनसोल सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव तरसेम सिंह, इंद्रजीत सिंह वाधवा, रानीगंज गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष बलजीत सिंह बग्गा, सरदार सुंदर सिंह, सहित सैकड़ो की संख्या में संगत उपस्थित थे। इस अवसर पर गोल्डी रोकराय एवं रणजीत कौर ने भी कीर्तन प्रस्तुत किया। गुरु का लंगर का आयोजन हुआ।
