कोलकाता । मंगलवार को महाशिवरात्रि के दिन भारतीय जनता पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष ने मंगलवार को स्वीकार किया है कि सोमवार को पार्टी द्वारा आहूत 12 घंटे का बंद बहुत अधिक सफल नहीं रही। उन्होंने माना कि कोलकाता और आसपास के क्षेत्रों में हड़ताल बहुत अधिक सफल नहीं रही। इसके अलावा राज्य भर में रविवार को नगर पालिका चुनाव के दौरान हुई भारी हिंसा के बावजूद केवल दो मतदान केंद्रों पर वोटिंग को लेकर भी उन्होंने सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने कहा था इसलिए उनका मान रखने के लिए ममता बनर्जी की सरकार के इशारे पर चुनाव आयोग केवल दो मतदान केंद्रों पर वोटिंग करवा रहा है। जैसे-जैसे ममता सरकार चुनाव आयोग को उंगली पर नचाती है वैसे वैसे चुनाव आयुक्त नाच रहे हैं। उनका अपना कोई अस्तित्व नहीं है। इसके अलावा यूक्रेन संकट में फंसे बंगाल के छात्रों के लिए राज्य सरकार द्वारा कंट्रोल रूम शुरू किए जाने को लेकर भी उन्होंने सवाल खड़ा किया। घोष ने कहा कि जब तूफान आया था तब भी कंट्रोल रूम चल रहा था और फोन करने पर कोई फोन नहीं उठाता था उसी तरह से इस बार भी हो रहा है।