अंडाल/आसनसोल। शिल्पंचाल और कोलियरी क्षेत्रो मे इन दिनों ईसीएल एवं सरकारी भूमि को लूटने की होड़ मची हुई है।औद्योगिक और ईसीएल क्षेत्र की भूमि पर भूमाफियाओ द्वारा जबरन कब्ज़ा करके उसे औने-पौने दामों मे बेचा जा रहा है।वही कुछ ऐसा ही मामला उखड़ा अंडाल के आसपास देखने को मिल रहा है
उखड़ा अंडाल रोड के स्थित खांद्रा कॉलेज के निकट कुछ भूमाफिया द्वारा ईसीएल के जमीन को दखल कर उस पर रास्ता का निर्माण कर और सरकारी जमीन को निजी बताकर आम लोगों को लगाया जा रहा है चुना,,भू माफिया का यह धंधा धड़ल्ले से चल रहा है जी हां हम बात कर रहे हैं अंडाल के खांद्रा कॉलेज के ऑपोजिट साइड सड़क के किनारे की जमीन की जहां पर कुछ भूमाफिया के द्वारा ईसीएल की जमीन को निजी बताकर खुलेआम जमीन की खरीद बिक्री चल रही थी इतना ही नहीं ईसीएल की जमीन पर अवैध रूप से एक चौड़ी सड़क का निर्माण कर उसके पीछे की जमीन को ऊंचे दामों में बेचा जा रहा था।जिसमे आम लोग फस रहें है उनकी मेहनत की गढ़ी कमाई को इन भू माफियाओ के द्वारा लुटा जा रहा है
इस घटना की जानकारी ईसीएल के पदाधिकारीयों को मिलने के बाद ईसीएल ने पहले अंडाल थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई उसके बाद ईसीएल प्रबंधन द्वारा ईसीएल के सुरक्षाकर्मी सीआईएसएफ के जवान एवं प्रबंधन के अधिकारी घटना स्थल पर पहुंच कर एवं भू माफियाओं द्वारा दखल की गई जमीन पर बनाए गए सड़क के किनारे का बाउंड्री वाल का निर्माण को ध्वस्त कर सड़क पर लोहे का पोल गाड़ कर बोर्ड लगा कर रास्ते को बंद कर दिया इस विषय में मौके पर पहुंचे विश्वेश्वरी खांद्रा कोलियरी अभिकर्ता असीम कुमार मंडल ने कहा कि भू माफियाओं द्वारा ईसीएल के जमीन को दखल कर सड़क निर्माण किया गया था इसके अलावा आसपास के जमीन को बिक्री करने की साजिश की जा रही थी ईसीएल की जमीन को अंकित कर ईसीएल द्वारा बोर्ड लगा दिया गया है जिसमें अस्पष्ट लिखा गया है की यह जमीन ईसीएल की है
अगर फिर से कोई भूमाफिया द्वारा ईसीएल के इस जमीन अधिग्रहण किया जाता है तो उस पर कार्रवाई की जाएगी।और आगे उन्होंने कहा कि अभी ईसीएल की जमीन कहां-कहां और कितनी है इसकी जांच की जा रही है और जांच के बाद ईसीएल की अपनी जमीन पर कब्जा करने वाले भू माफियाओं पर कार्रवाई की जाएगी।
ज्ञात हो कि ईसीएल द्वारा विगत 2 दिन पहले ईसीएल के जमीन को भूमाफिया द्वारा दखल किए जाने को लेकर ईसीएल प्रबंधन द्वारा अंडाल थाने में प्राथमिकता दर्ज कराई गई थी एवं एक स्थानीय अधिवक्ता के द्वारा ईसीएल प्रबंधन को आरटीआई कर जमीन का विवरण मांगा गया था ईसीएल ने जांच पड़ताल कर जमीन का विवरण दिया था जिसमें जमीन ईसीएल प्रबंधन की बताई गई थी उसके बाद ईसीएल प्रबंधन द्वारा कार्रवाई कर ईसीएल अपनी जमीन को अपने अधिकार में ले लिया इसके लेकर भू माफियाओं में हलचल का माहौल देखा जा रहा है इस जमीन के अलावा भू माफियाओं द्वारा विभिन्न जगहों पर ईसीएल की जमीन को अधिग्रहण कर ऊंचे दामों में बेचा जा रहा है यह गोरखधंधा शिलपांचल सहित पुरे कोलियारी के क्षेत्रो मे काफी फल-फूल रहा है और ईसीएल प्रबंधन हाथ पर हाथ धर तमाशबीन बनकर तमाशा देख रही है।
किस तरह से यह भूमाफिया लोगों को अपने चंगुल में फंसाते हैं
लेकिन इन सबके बीच जिनका सबसे बड़ा नुकसान हुआ है वह गरीब और मध्यम वर्ग के लोग हैं जिनको भू माफिया के द्वारा कई बड़े-बड़े दावे कर उन लोगों को फंसाया जाता है अब हम थोड़ा आपको विस्तार से समझाते हैं कि किस तरह से यह भूमाफिया लोगों को अपने चंगुल में फंसाते हैं सबसे पहले भू माफिया के द्वारा लोगों को एक बड़ी सड़क दिखाया जाता है उसके बाद उनसे यह कहा जाता है कि इस जमीन से कुछ ही दूरी पर NH2 हाईवे मिलेगा सभी से कुछ ही दूरी पर एयरपोर्ट मिलेंगे और अगर आज वह इस जमीन को खरीद लेते हैं तो आने वाले कुछ वर्ष के अंतराल इस जमीन से उन्हें दोगुने पैसे मिलेंगे और शायद इस तरह के झांसे में है आम लोग पूरी तरह से फंस जाते हैं और उन लोगों के पास अंत में पछतावे और अफसोस के सिवाय कुछ नहीं बचता। कुछ स्थानीय लोगों का तो यह भी कहना है कि जब भू माफिया के द्वारा जमीन पर प्लॉटिंग का काम शुरू किया जाता है तो शुरुआती दौर में ही प्रशासन के द्वारा जांच कर कार्रवाई क्यों नहीं की जाती उन्होंने कहा कि प्रशासन भी कार्रवाई तब करती है जब आम जनता इसे पूरी तरह से फंस चुकी होती है अब ऐसे में आम जनता किसके पास जाए और किससे गुहार लगाएं।