चिरकुंडा।चिरकुंडा शहरी जलापूर्ति योजना के मैथन स्थित फिल्टर प्लांट में कर्मियों के हड़ताल में रहने के कारन बुधवार को दूसरे दिन भी चिरकुंडा नगर परिषद क्षेत्र के 50 हजार से अधिक नागरिकों के समक्ष पेयजल के लिए हाहाकार मचा रहा।वहीं क्षेत्र में पेयजल की परेशानी को देखते हुए नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी संदीप पासवान ने नगर परिषद के विभिन्न वार्डों में जहा जरूरत है पानी टैंकर से जलापूर्ति शुरू कर दी है।वहीं हड़ताल पर गए 15 कर्मियों का कहना है कि मां अम्बे केमिकल्स प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के अधिन वे लोग शहरी जलापूर्ति के फिल्टर प्लांट में काम करते हैं कंपनी द्वारा उनलोगों को तीन माह से बकाया मानदेय भुगतान कंपनी द्धारा नही किया गया है जिस कारन उनलोगों के समक्ष आर्थिक संकट उत्पन्न हो गया है।कर्मियों ने कहा कि जबतक उनका तीन माह का मानदेय भुगतान नही किया जाएगा वे लोग हड़ताल पर रहेगे।वहीं नगर परिषद के विभाग के पदाधिकारी का कहना है कि कंपनी द्वारा फ्लो मीटर नही लगाया गया है न ही कंपनी द्वारा कोई बील दिया गया है आखिर किस आधार पर कंपनी को भुगतान किया जाए?विभागीय पदाधिकारी ने बताया कि दो साल का कोंट्रेक्ट कंपनी के साथ हुआ था उस समय फ्लो मीटर लगाया गया था तो 30 लाख रू का भुगतान विभाग द्वारा की गई थी लेकिन उसके बाद फ्लो मीटर खराब हो गया फिर दुबारा कंपनी द्वारा फ्लो मीटर नही लगाया गया। कॉन्ट्रैक्ट फरवरी माह में खत्म होने के कगार पर है।पदाधिकारी का कहना है कि कंपनी द्वारा कही भी मेंटनेंस का काम भी नही की जा रही है।
इस संबंध में नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी संदीप कुमार पासवान ने कहा कि मां अंबे केमिकल एजेन्सी के कर्मी हड़ताल पर हैं एजेन्सी के प्रतिनिधी व कर्मी से वार्ता जारी है जल्द ही कर्मियों का मानदेय भुगतान कर दिया जाएगा व जलापूर्ति क्षेत्र में सुचारू रूप से शुरू कर दी जाएगी।