प्रत्येक मृतक के परिवार को चार लाख और घायल को 50 हजार रुपये की मदद का ऐलान
सीएम की आपात बैठक, चिकित्सा दल रवाना
– घटना की जांच के निर्देश, गठित की समिति
हरदा, 6 फरवरी । मध्य प्रदेश के हरदा जिले में मंगलवार को एक अवैध पटाखा फैक्टरी में विस्फोट के बाद आग लग गई।
फैक्टरी में आतिशबाजी के इस्तेमाल के लिए रखे गए बारूद के संपर्क में आकर आग ने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया। हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई और 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाई है। उन्होंने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही जांच के लिए छह सदस्यीय समिति का गठन भी कर दिया है। शासन ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये सहायता देने का ऐलान किया है।
शहर में मगरधा रोड पर ग्राम बैरागढ़ में स्थित एक अवैध पटाखा फैक्टरी में मंगलवार को जोरदार धमाके के बाद भीषण आग लग गई। आग तेजी से फैली और आसपास के 50 से ज्यादा घरों को अपनी चपेट में ले लिया। इसकी वजह से क्षेत्र में अफरातफरी का माहौल हो गया और लोग इधर-उधर भागते नजर आए। फैक्टरी से उठती आग की लपटें और धुएं का गुबार कई किलोमीटर दूर से देखा जा सकता है। बताया जाता है कि विस्फोट के वक्त फैक्टरी परिसर में 250 से ज्यादा मजदूर काम कर रहे थे। हादसे में 11 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 60 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं। मौके पर यहां-वहां शव पड़े देखे जा रहे हैं।
फायर ब्रिगेड की गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को एंबुलेंस के जरिए अस्पताल भेजा जा रहा है। बताया जाता है कि 100 से अधिक लोग अभी भी इस फैक्टरी परिसर के भीतर फंसे हुए हैं। फैक्टरी में रह-रहकर अभी भी धमाकों की आवाज सुनाई दे रही है। हमीदिया में डॉक्टरों को हाई अलर्ट पर रखा गया। घायलों को भोपाल और इंदौर भी भेजा जाएगा। हरदा से भोपाल तक ग्रीन कॉरिडोर बनाया जाएगा।
हरदा में पटाखा फैक्टरी में हुए हादसे को लेकर बैतूल जिले से चार एंबुलेंस और चिकित्सकों की टीम रवाना की गई है। बैतूल कलेक्टर के निर्देश पर सीएमएचओ रविकांत उईके ने चार चिकित्सकों की टीम, दवाइयों के साथ भेज दी है। सीएमएचओ ने बताया कि चार 108 एंबुलेंस भी भेजी गई है और हरदा जिले के स्वास्थ्य अधिकारियों से लगातार संपर्क किया जा रहा है।
इधर, नर्मदापुरम कलेक्टर सोनिया मीना के निर्देश पर अमला मुस्तैद है। नर्मदापुरम के डॉक्टरों की टीम ने संभाला मोर्चा। स्वास्थ्य विभाग, पुलिस, प्रशासन की टीम जुटी मदद में। नर्मदापुरम कलेक्टर के निर्देश पर दो एंबुलेंस और एक दमकल वाहन और हरदा के लिए भेजा गया है। जिले की मेडिकल टीम हरदा पहुंच गई है और वहां राहत एवं उपचार कार्य जारी है।