कोलकाता (दलजीत सिंह) कोलकाता महानगर के गुरुद्वारा में सिख संगत की बैठक हुई अध्यक्षता करते हुए मनजीत सिंह जीती ने कहा कि विभिन्न गुरुद्वारों के जो सेवादार नियुक्त किए गए हैं संगत से अनुरोध है कि उनके कार्यों की नजर रखें अगर गुरु घर से जुड़े किसी भी सेवादार का कोई आपत्तिजनक व्यवसाय है तो वैसे पदाधिकारी को गुरु घर में रहने का अधिकार नहीं है सबूत के साथ उसकी गतिविधियों को संग्रह करें क्योंकि गुरु घर की मर्यादा का उल्लंघन नहीं होना चाहिए गुरु घर से जो भी सेवादार जुड़ेंगे गुरु ग्रंथ साहिब जी का रहत मर्यादा के अनुसार उन्हें चलना पड़ेगा
उन्होंने बताया कि कोलकाता के बडाबाजार गुरुद्वारा में प्रबंधन कमेटी के अध्यक्ष सरदार तजेंद्र सिंह वालिया विगत कुछ वर्षों से असामाजिक कार्यों से जुड़े हुए थे हुक्का बार, डिस्को बार और न जाने कैसे गलत व्यवसाय से जुड़े हुए थे जिससे हमारे गुरु घर का मर्यादा का उल्लंघन हो रहा था इसकी जानकारी विभिन्न गुरुद्वारों के प्रतिनिधियों ने हमें दी हमने समय लेकर इसकी जांच पड़ताल शुरू की सबूत आने पर पूरे घटना की शिकायत हमारे समाज के सर्वोच्च अमृतसर अकाल तख्त के जत्थेदार को पत्राचार के माध्यम से दी गई जत्थेदार द्वारा फरमान आया कि ऐसे प्रधान को तुरंत गुरु घर में सेवा करने का कोई अधिकार नहीं। मनजीत सिंह ने कहा कि अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार 15 दिनों के अंदर अपना निर्णय सुना दिए हैं आने वाले दिनों में पश्चिम बंगाल के सभी गुरुद्वारों के सेवादार जो की रहत मर्यादा के अनुसार काम नहीं कर रहे हैं संगत उन पर भी कार्रवाई करें। अकाल तख्त का जो निर्देश है उसी अनुसार चलना पड़ेगा।